फिलीपींस ने कहा, दक्षिण चीन सागर विवाद अब भी एक चुनौती है
जापान के उप रक्षा मंत्री टासूओ फुकुडा ने कहा कि टोक्यो अपने सहयोगियों को मदद करने के लिए तैयार है जिससे अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्रों की सुरक्षा में न केवल फिलीपींस बल्कि पूरे क्षेत्र को फायदा होगा।
मनीला (रायटर्स)। दक्षिण चीन सागर को लेकर चीन का क्षेत्रीय विवाद द्विपक्षीय वार्ता के बाद भी चुनौती बना हुआ है। फिलीपींस रक्षा प्रमुख ने सोमवार को ये बातें कहीं, उन्होंने जापान की तरफ से तीन समुद्री निगरानी वाले प्लेन्स दिए गए हैं। फिलीपींस रक्षा प्रमुख डेल्फिन लोरेनजाना ने मनीला के नौसेना बेस में अपने भाषण में कहा, तीन जापानी टीसी90 विमान विवादित सागर में खुफिया तंत्र मजबूत करने के लिए निश्चित रुप से नौसेना की क्षमता को बढ़ाएगा। हम यह स्वीकार करते हैं कि हमें इस ओर अभी बहुत काम करना है।
आपको बता दें कि चीन पूरे दक्षिण चीन सागर के क्षेत्र पर अपना दावा करता है जहां से 5 खरब डॉलर के व्यापार का आयात-निर्यात होता है। इसके अलावा ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपींस, ताइवान और वियतनाम ने भी इस विवादित समुद्री इलाके में अपना दावा करते आ रहे हैं। चीन और फिलीपींस के बीच ये समुद्र विवाद तब से कम हो गया है जब से फिलीपींस के राष्ट्रपति रॉड्रिगो दुतेर्ते जुलाई 2016 में सत्ता में आए और बीजिंग के साथ चीनी व्यापार और निवेश के जरिए संबंधों में सुधार की कोशिश की थी।
जापान के उप रक्षा मंत्री टासूओ फुकुडा ने कहा कि टोक्यो अपने सहयोगियों को मदद करने के लिए तैयार है जिससे अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्रों की सुरक्षा में न केवल फिलीपींस बल्कि पूरे क्षेत्र को फायदा होगा। इस दौरान फिलीपींस नेता लोरेनज़ाना और उनके जापानी समकक्ष फुकुडा ने मनीला की खाड़ी में नौसैनिक बेस पर इन निगरानी वाले विमानों का निरीक्षण किया।
नौसेना ने कहा कि निगरानी वाले विमानों का रेंज 300 किमी (186 मील) की दूरी तक है। जो वर्तमान विमान की क्षमता से दोगुनी है। ये दक्षिण चीन सागर पर बने चीन के सातों कृत्रिम द्वीपों पर गश्ती करेगा। नौसेना ने कहा कि उनके पास दो नए खुफिया निगरानी वाले विमान खरीदने के लिए 6 बिलियन पेसो (114.65 मिलियन डॉलर) का बजट है।