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मोदी ने कहा- चिनफिंग के साथ बातचीत से भारत-चीन संबंधों को मिलेगी मजबूती

भारत और पाकिस्तान के एससीओ का पूर्ण सदस्य बनने के बाद प्रधानमंत्री पहली बार इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 09 Jun 2018 09:39 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jun 2018 07:29 AM (IST)
मोदी ने कहा- चिनफिंग के साथ बातचीत से भारत-चीन संबंधों को मिलेगी मजबूती

क्विंगदाओ (चीन), प्रेट्र/आइएएनएस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा की है। इससे वुहान में हुई अनौपचारिक शिखर वार्ता के बाद भारत-चीन संबंध और मजबूत होंगे।

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- एससीओ सम्मेलन से इतर दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर की व्यापक चर्चा

- छह हफ्ते में दूसरी बार चीनी राष्ट्रपति से मिले प्रधानमंत्री मोदी

- अनौपचारिक वार्ता के लिए अगले साल भारत आएंगे चिनफिंग

वुहान में करीब छह सप्ताह पहले हुई अनौपचारिक शिखर वार्ता के बाद दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत में द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करने के ब्लूप्रिंट पर चर्चा हुई तथा मध्य चीनी शहर में लिए गए फैसलों पर अमल की समीक्षा की गई।

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर हुई दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की मुलाकात में इस बात पर ध्यान दिया गया कि संबंधों को डोकलाम विवाद से पूर्व की स्थिति में लाने के लिए विश्वास बनाया जाए। चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद मोदी ने ट्वीट किया, 'इस साल के एससीओ मेजबान राष्ट्रपति शी चिनफिंग से आज (शनिवार) शाम मिला। हमने द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। हमारी बातचीत से भारत-चीन की दोस्ती और मजबूत होगी।'

विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने चिनफिंग को अगले साल अनौपचारिक वार्ता के लिए भारत आने का निमंत्रण दिया जिसे चीनी राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया। वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मुलाकात को 'गर्मजोशी वाला' और 'दूरंदेशी' बताया जबकि भारत में चीन के राजदूत लुओ झाओहुई ने कहा कि दोनों नेताओं ने 'वुहान में बनी सहमति' को लागू करने पर फोकस करते हुए चीन-भारत के भविष्य के संबंधों का खाका खींचा।

एससीओ मुख्यालय में मनेगा योग दिवस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एससीओ के महासचिव राशिद अलीमोव से मुलाकात की। इस दौरान अलीमॉव ने बताया 16 जून को बीजिंग स्थित एससीओ मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जाएगा।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। मुलाकात के दौरान अलीमोव ने कहा कि 2017 में एससीओ का पूर्ण सदस्य बनने के बाद से भारत संगठन में उल्लेखनीय योगदान देता रहा है। दोनों नेताओं ने भारत की हिस्सेदारी के जरिये संगठन को और मजबूत बनाने पर चर्चा की।

भारत और पाकिस्तान के एससीओ का पूर्ण सदस्य बनने के बाद प्रधानमंत्री पहली बार इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। वर्तमान में इस संगठन में आठ सदस्य देश हैं जो दुनिया की करीब 42 फीसद आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं और वैश्विक जीडीपी का 20 प्रतिशत हैं। 2005 से भारत एससीओ में पर्यवेक्षक की भूमिका में था और मंत्री स्तरीय सम्मेलनों में हिस्सा लेता था।


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