जानिए, चीन से क्यों 30 हजार भे़ड़ व बकरे मंगवा रहा है नेपाल Gorakhpur News
भारत के भेड़ व बकरों पर प्रतिबंध लगाने के बाद नेपाल अब चीन से तीस हजार भेड़ और बकरे मंगवाने की तैयारी कर रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। भारत के भेड़ व बकरों पर प्रतिबंध लगाने के बाद नेपाल अब चीन से तीस हजार भेड़ और बकरे मंगवाने की तैयारी कर रहा है। बता दें कि इसके पूर्व नेपाल भारत के कई सामानों पर प्रतिबंध लगा चुका है।
दशहरा में होती है मांस की खपत
नेपाल में दशहरा पर्व भारी मात्रा में मांस की खपत होती है। पूजन के बाद पशु बलि व उसके मांस को प्रसाद के रूप में खाए जाना एक प्रथा है, लेकिन भारत द्वारा नेपाल भेजे जाने वाले बकरों पर प्रतिबंध लगा दिए जाने से अब बकरे व भेंड़ के लिए नेपाल ने चीन का रुख किया है। सिर्फ काठमांडू में ही दशहरा पर्व पर मांस आपूर्ति के लिए 30 हजार बकरे व भेड़ चीन से मंगाए जाने की तैयारी है।
भारत से होती थी 75 फीसद भेड़, बकरों आपूर्ति
नेपाल के पशु मांस व्यवसाई महासंघ के अध्यक्ष जनकराज ने बताया कि पहले बकरों के कुल मांग की करीब 75 फीसद आपूर्ति भारत से हो जाती थी, लेकिन भारत द्वारा नेपाल को बकरा निर्यात पर रोक लगा दिए जाने से समस्या बढ़ गई है। आलम यह है कि बकरे के मांस 1300 से 1400 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहे हैं। त्योहार के मद्देनजर बकरे की बड़ी मांग व उनकी कीमतों को संयमित करने के लिए बकरे व भेड़ चीन से मंगाए जा रहे हैं। आने वाले दशहरे के लिए काठमांडू शहर में ही कुल करीब 50 हजार बकरों की बुङ्क्षकग हो गई है। जिसमें करीब 20 हजार बकरे नेपाल के तराई क्षेत्र से मंगाए जाएंगे। शेष तातोपानी व मुसतांग बार्डर के रास्ते चीन से मंगाए जाएंगे।
आठ महीने पहले लगा प्रतिबंध
नेपाल के भैरहवा भंसार कार्यालय में आठ महीने पहले ही बकरे पर प्रतिबंध लगाया गया था। नेपाल सरकार का आरोप था कि भारत से नेपाल बकरे के आयात पर बिना जांच प्रशिक्षण के नेपाल भेजा जा रहा था। इसलिए सरकार ने प्रतिबंध लगाया है।
नेपाल बदल चुका है कई नियम
बता दें कि नेपाल भारतीय पर्यटकों और भारतीय सामानों के नेपाल में प्रवेश को लेकर नित नए नियम बना रहा है। इसके पहले नेपाल भारतीय वाहनों के नेपाल में प्रवेश करने के लिए मोबाइल ट्रैकिंग सिस्टम, एक वाहन पर एक ही सामान रखने और भारतीय फलों व सब्जियों की सीमा पर जांच के बाद ही नेपाल में प्रवेश का नियम बना चुका है। इन नियमों के लागू होने के बाद अब कोई भी भारतीय वाहन बिना अत्याधुनिक मोबाइल फोन के नेपाल में प्रवेश नहीं कर पाएगा और एक वाहन पर एक ही तरह का सामान ले जा पाएगा।