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भारत-चीन सीमा विवाद: बढ़ी भारतीय सेना की गश्‍त, चीन ने कहा- प्रभावित होगी आपसी भरोसे की नींव

भारत-चीन सीमा पर भारतीय आर्मी की बढ़ी तैनाती के बाद चीनी विश्‍लेषक ने कहा कि सीमा पर भारतीय गतिविधियों के कारण दोनों देशों के बीच संबंधों में कड़वाहट आ जाएगी।

By Monika MinalEdited By: Published: Mon, 02 Apr 2018 01:54 PM (IST)Updated: Tue, 03 Apr 2018 11:29 AM (IST)
भारत-चीन सीमा विवाद: बढ़ी भारतीय सेना की गश्‍त, चीन ने कहा- प्रभावित होगी आपसी भरोसे की नींव
भारत-चीन सीमा विवाद: बढ़ी भारतीय सेना की गश्‍त, चीन ने कहा- प्रभावित होगी आपसी भरोसे की नींव

बीजिंग (प्रेट्र)। चीन के साथ लगी सीमा पर भारत के उकसावे वाली गतिविधियों के कारण दोनों देशों के आपसी भरोसे की नींव नष्‍ट हो जाएगी और द्विपक्षीय संबंध भी कमजोर हो जाएंगे। यह बात एक चीनी विश्‍लेषक ने कही है। इससे पहले भारत के शीर्ष आर्मी अधिकारियों ने बताया था कि हिमालयी इलाके में विवादित चीन-भारत सीमा पर भारतीय सैनिकों को तैनात किया गया है ताकि भारत, चीन म्‍यांमार के ट्राइजंक्‍शन पर उनकी गश्‍त बढ़ायी जा सके और डोकलाम जैसे हालात फिर से न हो।

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सीमा पर भारतीय सैनिकों की तैनाती बढ़ाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए शंघाई इंस्‍टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल स्‍टडीज में सेंटर फॉर एशिया-पैसिफिक स्‍टडीज के निदेशक झाओ गानचेंग ने दावा किया कि सीमा पर भारत के उकसावे वाली गतिविधियों से दोनों देशों के आपसी विश्‍वास की नींव हिल जाएगी।

झाओ ने कहा, ‘सीमा पर भारत अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ाता जा रहा है क्‍योंकि इसे कभी विश्‍वास नहीं होता कि सीमावर्ती इलाका शांतिपूर्ण होगा।‘ उन्‍होंने कहा आपसी सैन्‍य अविश्‍वास से चीन-भारत संबंध तो प्रभावित होगा ही साथ ही डिप्‍लोमेसी, इकोनॉमी व अन्‍य चीजें भी प्रभावित होंगी।

         

भारतीय अधिकारी ने कहा कि तिब्‍बत के करीब स्‍थित भारतीय सुदूर पूर्वी क्षेत्र वालोंग से 50 किमी की दूरी पर ट्राइ-जंक्‍शन है। यह भारत के लिए काफी महत्‍वपूर्ण इलाका है। करीब से गुजर रहे पर्वतों और अन्‍य इलाकों में भारत के अस्‍तित्‍व को बनाए रखने में यह मददगार है। वरिष्‍ठ भारतीय आर्मी अधिकारी ने बताया चीनी सैनिक ट्राइजंक्‍शन में नहीं घुसे लेकिन नजदीक में सड़क का निर्माण कर दिया।

चीनी आर्मी द्वारा विवादित इलाके में सड़क निर्माण कार्य को भारत द्वारा रोके जाने के बाद दोनों देशों के सैनिक पिछले साल 16 जून से कुल 73 दिनों तक डोकलाम में आमने सामने डटे रहे। 28 अगस्‍त को दोनों सेनाएं स्‍वदेश लौटी। डोकलाम के जिस इलाके में चीन ने सड़क निर्माण की कोशिश की उसपर चीन और भूटान दोनों ही अपना दाव करते हैं। भारत ने चीन के सड़क निर्माण कार्य को रोकने के लिए अपनी सेना को वहां भेजा। भारत का कहना है कि इलाके में इसके रणनीतिक हितों को खतरा हो सकता है। डोकलाम तैनाती के बाद भारत ने तिब्‍बती इलाके में चीन के साथ लगी सीमाओं पर गश्‍ती बढ़ा दी है।


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