VIDEO: शपथ ग्रहण में ही अटके पाकिस्तान के नए वजीर-ए-अाजम इमरान खान
शपथ लेने के लिए इमरान को उर्दू के शब्द बोलने और पढ़ने थे। और ये बोलते वक्त इमरान कई बार अटके।
इस्लामाबाद(एएनअाई)। इमरान खान शुक्रवार को पाकिस्तान के 18वें प्रधानमंत्री बन गए। उन्हें राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने शपथ दिलाई। इमरान को शपथ के वक्त ऊर्दू के कुछ शब्द बोलने में दिक्कत आई।
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान के लिए शपथ ग्रहण के दौरान एक ऐसा वाकया हुआ जिसके दौरान इमरान दबे मुंह हंसने लगे। दरअसल शपथ लेने के लिए इमरान को उर्दू के शब्द बोलने और पढ़ने थे। और ये बोलते वक्त इमरान कई बार अटके।
शपथ ग्रहण के दौरान तब बड़ी अजीबो-गरीब स्थिति पैदा हो गई जब इमरान शपथ ग्रहण के लिए खालिस उर्दू में लिखे गये कई शब्द पढ़ ही नहीं पा रहे थे। इस दौरान राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने कई बार उनकी गलतियां ठीक करवाई। पहली बार जब इमरान एक शब्द का ठीक से उच्चारण नहीं कर पाए, तो राष्ट्रपति ने उस शब्द का उच्चारण दोबारा किया। झेंपते हुए इमरान खान ने मुस्कुराते हुए वे शब्द बड़ी मुश्किल से पढ़े।
कुछ ही शब्दों के बाद इमरान फिर से अटक गये। दरअसल राष्ट्रपति ने रोज ए कयामत कहा, लेकिन इमरान खान ने इसे रोज ए कयादत पढ़ दिया। इसके बाद इमरान ने सॉरी कहा और फिर रोज -ए- कयामत शब्द का सही उच्चारण किया। शपथ ग्रहण की पूरी प्रक्रिया के दौरान लग रहा था कि इमरान खान उर्दू के अल्फाजों का उच्चारण करने में असहज महसूस कर रहे थे। आखिरकार उन्होंने शपथ ग्रहण की प्रक्रिया पूरी की।
पांच मिनट की शपथ में पांच बार अटके इमरान
1. ब-हैसियत खातिमम नबीही को ब-हैसियत खातिमे बोलकर अटके
2. रोज़-ए-कयामत को रोज़-ए-कियादत बोलकर सॉरी कहा
3. और ये कि मैं हर हालत में... बोलते वक्त जुबान लड़खड़ाई
4. बिला खौफ-ए-रियायत और बिला रखबतो इनायत बोलने में परेशानी हुई
5. इमरान ब-हैसियत वजीर-ए-आजम बोलने में भी अटक गए
तीसरी बीवी बुशरा इमरान भी मौजूद
शपथ ग्रहण समारोह में इमरान खान की तीसरी बीवी बुशरा इमरान भी मौजूद थीं। सादे लिबास में ढकी बुशरा इमरान के शपथ के दौरान आंखें बंद कर दुआ करती हुई दिखीं। बुशरा इमरान खान की तीसरी बीवी हैं। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू, क्रिकेटर से कमंटेटर बने रमीज राजा, पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम सहित अन्य कई विशिष्ट अतिथि समारोह में उपस्थित थे।
ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने वाले पश्तून खान ने 17 अगस्त को अपने एकमात्र प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख शाहबाज शरीफ को नेशनल एसेम्बली में हुए एकतरफा चुनाव में हरा कर प्रधानमंत्री पद के लिए जीत हासिल की। 342 सदस्यीय नेशनल एसेम्बली में सरकार बनाने के लिए पार्टी को 172 मतों की जरूरत होती है। कल हुए चुनाव में खान को 176 वोट मिले जबकि शरीफ को 96 वोट मिले।