पाकिस्तान: नर्इ सरकार की कवायद शुरू, तैयारियों में जुटे इमरान खान
पाकिस्तान में सरकार के गठन के लिए अपनी 115 सीटों को 172 बनाने की जुगत में लगे इमरान खान स्वतंत्र उम्मीदवारों के साथ अन्य पार्टियों के पास भी जा रहे हैं।
इसलामाबाद (प्रेट्र)। पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ आम चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसी के साथ उन्होंने नई सरकार के गठन के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। 272 सीटों पर सीधे निर्वाचन और 70 सीटों पर सदस्य मनोनीत होने के बाद इमरान की पार्टी को कुल 172 सीटों की जरूरत होगी। फिलहाल सीधे निर्वाचन से उनकी पार्टी को 115 सीटों पर जीत हासिल हुई है। उन्हें निर्दलीय और अन्य गठबंधन सहयोगियों से भी उम्मीद होगी। इसके अलावा उन 70 सीटों में से भी उनकी पार्टी को सर्वाधिक सीटें मिलेंगी, जिनमें सदस्यों का चुनाव महिलाओं और धार्मिक अल्पसंख्यकों में से होना है।
172 सीटों के साथ बन सकती है सरकार
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष खान ने इसी सप्ताह संसदीय चुनाव में जीत हासिल की है। इसके लिए साउथ एशिया के विशेषज्ञों का मानना है कि चुनाव पर सशक्त पाकिस्तानी सेना का वर्चस्व रहा है। पाकिस्तान चुनाव आयोग के अनुसार, नेशनल असेंबली की 272 सीटों में से पीटीआई ने 115 सीटों पर जीत हासिल की है। पाकिस्तान नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य हैं, जिसमें से 272 का निर्वाचन सीधे होता है। कुल 172 सीटों पर जीत हासिल करने वाली पार्टी ही सरकार बना सकती है।
13 सीटों पर स्वतंत्र उम्मीदवार
जेल में सजा भुगत रहे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) को 64 और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) ने 43 सीटों पर जीत हासिल की है। स्वतंत्र उम्मीदवारों को 13 सीटों पर जीत मिली है।
पंजाब में भी सरकार बनाने की जुगत
शुक्रवार को खान ने सऊदी राजदूत नवाफ सईद अहमद अल-मलिकी से इस्लामाबाद में मुलाकात की। दोनों ने द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की और पीटीआई सरकार के शासन काल के दौरान इसे और भी मजबूत बनाने पर सहमति जाहिर किया। पीटीआई सूत्रों के अनुसार, खान ने अपने पार्टी नेताओं के साथ फेडरल कैबिनेट व पंजाब में सरकार बनाने को लेकर बात की जहां पीएमएल-एन भी रेस में है।
खान के विश्वासपात्र जहांगीर खान तरिन को स्वतंत्र उम्मीदवारों से बात करने का काम सौंपा गया, जिसके तहत उन्होंने मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQMP) नेता खालिद मकबूल सिद्दकी से बात की, जिन्होंने बाद में बहु-दलीय बैठक में हिस्सा लेने से मना कर दिया। बहु-दलीय बैठक ने आम चुनाव को खारिज करते हुए फिर से पारदर्शी चुनाव कराने की पेशकश की है। इस्लामाबाद में पीएमएल-एन अध्यक्ष शाहबाज शरीफ और मुत्ताहिदा मलिस-ए-अमल के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान की अध्यक्षता में यह बैठक की गई।
खैबर पख्तूनख्वा में आसां है राह
इस बीच खान ने अपने पार्टी नेताओं को खैबर पख्तूनख्वा में सरकार के गठन को लेकर विश्वास में ले लिया है। यहां पीटीआई ने बहुमत से जीत हासिल की है और पार्टी आसानी से सरकार बना लेगी। प्रांत में शीर्ष पद पर पूर्व मुख्यमंत्री परवेज खट्टक के आने की संभावना प्रबल है। बता दें कि खट्टक और खान के बीच गहरी दोस्ती है क्योंकि दोनों ने ही लाहौर के अचिसन कॉलेज में पढ़ाई की है और स्कूली दिनों से ही साथ हैं। बलूचिस्तान में भी पार्टी गठबंधन की सरकार बनाने की कोशिश कर रही है।
सरकार की तैयारी के लिए खान के पास अभी भी तीन हफ्ते का समय है। कानून के अनुसार, पाकिस्तान के राष्ट्रपति को चुनाव के बाद 21 दिनों के भीतर नेशनल असेंबली सेशन का आयोजन करना चाहिए, जिसमें सांसदों को शपथ दिलाने के अलावा नए प्रवक्ता का चयन किया जाता है।