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Coronavirus: जर्मनी, फ्रांस व स्पेन के नागरिकों के नेपाल के रास्ते भारत में एंट्री बैन, इन देशों पर पहले से पाबंदी Gorakhpur News

coronavirus के चलते अब फ्रांस जर्मनी व स्पेन के नागरिकों को नेपाल के रास्‍ते भारत प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 11 Mar 2020 07:09 PM (IST)Updated: Thu, 12 Mar 2020 02:24 PM (IST)
Coronavirus: जर्मनी, फ्रांस व स्पेन के नागरिकों के नेपाल के रास्ते भारत में एंट्री बैन, इन देशों पर पहले से पाबंदी Gorakhpur News

महराजगंज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए नेपाल से लगी सोनौली व ठूठीबारी सीमा पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। सीमा पर 24 घंटे चिकित्‍सकों की टीम आने-जाने वाले लोगों की स्‍क्रीनिंग कर रही है। विदेशी नागरिकों से बाकायदा फार्म भरवाया जा रहा है। सतर्कता के क्रम में भारत सरकार द्वारा विदेशियों के भारत प्रवेश पर रोक लगाने का सिलसिला भी जारी रखा है। मंगलवार की रात नए दिशा-निर्देश नेपाल बार्डर स्थित सोनौली आव्रजन कार्यालय को मिले हैं। इसके अनुसार अब फ्रांस, जर्मनी व स्पेन के नागरिकों को नेपाल के रास्‍ते भारत प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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चीन, कोरिया, ईरान, जापान व इटली के नागरिकों पर पहले ही लग चुका है प्रतिबंध

इसके पूर्व कोरोना संक्रमण के मद्देनजर चीन, कोरिया, ईरान, जापान व इटली के नागरिकों का भारत प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था। आव्रजन अधिकारी ने बताया कि कोरोना के मद्देनजर फ्रांस, जर्मनी व स्पेन के नागरिकों को नेपाल के रास्‍ते भारत प्रवेश की अनुमति नहीं मिल पाएगी। अब तक आठ देशों के नागरिकों पर यह प्रतिबंध लग चुका है।

प्रतिबंध की जानकारी मिलने के बाद वापस नेपाल लौट गए विदेशी नागरिक

बुधवार की सुबह प्रतिबंध की जानकारी मिलने के बाद सोनौली सीमा तक आए कई विदेशी नागरिक वापस नेपाल लौट गए हैं।

नेपाल ने 10 देश के नागरिकों पर लगाई प्रवेश पर रोक

कोरोना वायरस को लेकर पड़ोसी देश नेपाल भी सतर्कता बरत रहा है। नेपाल में मंगलवार से 10 देश के नागरिकों के नए प्रवेश पर रोक लग गई है। अब चीन, हांगकांग, ईरान, इटली, साउथ कोरिया, फ्रांस, जर्मन, स्पेन, सिंगापुर व जापान के नागरिकों को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। प्रतिबंध लगाए जिन देशों के नागरिक नेपाल में हैं उन्हें जाने दिया जाएगा। उक्त जानकारी बेलहिया चीफ आव्रजन अधिकारी गिरिराज ने पत्रकारों से बातचीत में दी है। भारत सहित अन्‍य देशों से लगी सीमा पर स्‍वास्‍थ्‍य शिविर भी लगाया गया है। यहां जांच के बाद ही लोगों को नेपाल में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। 

कब-कब जारी हुआ प्रतिबंध का आदेश

एक फरवरी को चीन और ईरान में विजिट किए किसी भी विदेशी नागरिक को इंडिया में इंट्री नहीं देने के दिशा निर्देश मिला। तीन मार्च की देर शाम से जापान, इटली और साउथ कोरिया के नागरिकों को जारी इंडियन वीजा सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही वहां के नागरिकों की भी इंट्री पर रोक लग गई। आव्रजन विभाग के अधिकारियों का बताया उक्त देशों के नागरिक यदि नई  गाइडलाइंस के पूर्व  ही इंडिया में एराइवल ले चुके हों तो उन्हें सिर्फ डिपार्चर दिया जाएगा। देश में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।

गोरखपुर एयरफोर्स अस्पताल में बनेगा सौ बेड का कोरोना वार्ड

गोरखपुर स्थित एयरफोर्स अस्पताल में 100 बेड का आइसोलेटेड कोरोना वार्ड बनाया जाएगा, ताकि एयरपोर्ट पर यदि कोई यात्री संदिग्ध मिले तो उसे तत्काल भर्ती कराया जा सके। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि 50 बेड का वार्ड गुरुवार से शुरू कर दिया जाएगा। बाद में 50 बेड और बढ़ाए जाएंगे। एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनर लगा दिया गया है। बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है। बुधवार को 42 लोगों की जांच की गई। सभी ठीक मिले। डॉ. तिवारी ने बताया कि एयरफोर्स प्रबंधन ने अस्पताल में कोरोना वार्ड बनाने का निर्देश दे दिया है। सभी जरूरी संसाधन स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध कराएगा, अस्पताल केवल जगह देगा। एयरपोर्ट पर मिलने वाले कोरोना के संदिग्ध यात्रियों को एयरफोर्स अस्पताल में 14 दिन भर्ती कर उनकी देखरेख की जाएगी। शहर में यदि कोई संदिग्ध मिलेगा तो उसे जिला अस्पताल में बने आइसोलेटेड वार्ड में भर्ती कराया जाएगा। 


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