चुनौतियों से लड़ें और आगे बढ़ें क्लार्क: चैपल
आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि माइकल क्लार्क के भारत के खिलाफ सिडनी में दूसरे टेस्ट मैच में नाबाद तिहरे शतक से पता चलता है कि वह कप्तानी के बोझ तले दबने के बजाय आगे बढ़ने में सफल रहे और उन्हें अब खुद के बढ़ते मनोबल का फायदा उठाते हुए बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आना चाहिए।
सिडनी। आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि माइकल क्लार्क के भारत के खिलाफ सिडनी में दूसरे टेस्ट मैच में नाबाद तिहरे शतक से पता चलता है कि वह कप्तानी के बोझ तले दबने के बजाय आगे बढ़ने में सफल रहे और उन्हें अब खुद के बढ़ते मनोबल का फायदा उठाते हुए बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आना चाहिए।
चैपल ने कहा, बेदाग तिहरे शतक के बाद अब क्लार्क के लिए यह आदर्श समय है कि वह उस टीम में तीसरे नंबर के बल्लेबाज बनें जो तेजी से प्रतिस्पर्द्धी बनती जा रही है। कप्तान के रूप में क्लार्क के नाम पर दस टेस्ट मैचों में चार शतक दर्ज हैं और इससे पता चलता है कि वह इस अतिरिक्त जिम्मेदारी मिलने से अपेक्षाओं के बोझ तले नहीं दबे बल्कि इसके सहारे आगे बढ़ने में सफल रहे। चैपल के मुताबिक क्लार्क नैसर्गिक कप्तान हैं और अब मजबूत नेतृत्वकर्ता के रूप में उबर रहे हैं। मैदान पर उनके प्रभाव के कारण ही आस्ट्रेलियाई तेज आक्रमण इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तथा यह पता लगाना बहुत आसान है कि उन्हें अपने कप्तान और उनके फैसलों पर बहुत अधिक विश्वास है। चैपल ने इसके साथ ही सीनियर बल्लेबाज रिकी पोंटिंग और माइकल हसी की भी तारीफ की और कहा कि उनके शतकों से शीर्ष क्रम की असफलता का पता नहीं चला। चैपल ने कहा, माइकल क्लार्क, रिकी पोंटिंग और माइकल हसी ने पूरे आत्मविश्वास के साथ इतनी अच्छी बल्लेबाजी की कि इससे आसानी से यह भुला दिया गया कि आस्ट्रेलिया के तीन विकेट 37 रन पर निकल गए थे।
क्लार्क की बल्लेबाजी को लेकर जहां दुनिया भर में उनकी तारीफ हो रही है वहींचैपल जैसे कुछ ऐसे दिग्गज भी हैं जो लगातार इस कप्तान को और बेहतर करने के नुस्खे दे रहे हैं। इससे पहले पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग को अपने खराब फार्म से बाहर निकालने के लिए भी आस्ट्रेलिया के कई पूर्व दिग्गज खिलाडि़यों ने उनका हौसला बढ़ाया था जिसका नतीजा सिडनी टेस्ट में देखने को भी मिला।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर