द्रविड़ को सम्मान, दिग्गजों ने याद किया योगदान
भारतीय क्रिकेट के कुछ दिग्गज खिलाडि़यों ने हाल में संन्यास लेने वाले राहुल द्रविड़ के भारतीय क्रिकेट में योगदान को आज याद किया जबकि इस महान बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें भारतीय ड्रेसिंग रूम की कमी खलेगी।
मुंबई। भारतीय क्रिकेट के कुछ दिग्गज खिलाडि़यों ने हाल में संन्यास लेने वाले राहुल द्रविड़ के भारतीय क्रिकेट में योगदान को आज याद किया जबकि इस महान बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें भारतीय ड्रेसिंग रूम की कमी खलेगी।
द्रविड़ के कुछ पूर्व और वर्तमान साथियों ने आज एक समारोह में उन्हें भारतीय क्रिकेट का विशाल स्तंभ, महानतम नंबर तीन बल्लेबाज और सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक करार दिया। पूर्व कप्तान सौरव गांगुली, अनिल कुंबले, वीवीएस लक्ष्मण और वर्तमान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी उन लोगों में शामिल थे जिन्होंने इस समारोह को संबोधित किया जिसमें पूर्व क्रिकेटरों, बीसीसीआई अधिकारियों और अन्य हस्तियों ने भाग लिया। गांगुली ने नौ मार्च को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले द्रविड़ को विशाल स्तंभ करार देते हुए कहा कि वह खेल के महान दूत थे। दादा ने कहा, वह महान स्तंभों में एक हैं जिनके जरिए भारतीय क्रिकेट आगे बढ़ा। वह केवल भारत ही नहीं बल्कि क्रिकेट जगत के सर्वकालिक बल्लेबाजों में से एक है। आप [द्रविड़] ऐसे युग में खेले जब भारतीय क्रिकेट लगातार मजबूत होता गया। गांगुली ने द्रविड़ की आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में कोलकाता में खेली गई 180 रन की पारी को उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी करार दिया। उन्होंने कहा, जहां तक उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी का सवाल है तो इस पर लंबी बहस हो सकती है लेकिन मैं हमेशा कहता रहा हूं कि ईडन की पारी सर्वश्रेष्ठ थी। मैं विदेशों की पारियों को ज्यादा महत्व देता हूं लेकिन मैं समझता हूं कि वीवीएस [लक्ष्मण] के साथ ईडन की पारी ने उन्हें न सिर्फ विश्व क्रिकेट में स्थापित किया बल्कि वह भारतीय क्रिकेट के लिए भी महत्वपूर्ण थी। मुझे खुशी है कि वह खुद फैसला कर पाया। भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान केवल उनके रनों या कैच के साथ ही समाप्त नहीं हुआ है वह महान दूत हैं। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि वह भाग्यशाली थे कि जब वह भारतीय टीम के कप्तान थे तो द्रविड़ उनके साथ उप कप्तान थे। उन्होंने कहा, मैं भाग्यशाली था कि आप मेरे साथ पांच साल तक उप कप्तान रहे। आपके और जान [राइट] के साथ से हम आगे बढ़ने में सफल रहे।
द्रविड़ ने अपने लंबे करियर पर बात करते हुए कहा कि पिछले साल धोनी की टीम का विश्व कप जीतना उनके लिए विशेष क्षण था। उन्होंने कहा, माही आपने इस भारतीय टीम के साथ जो कुछ किया उस पर आपको गर्व होगा। विश्व कप 2007 [में पहले दौर में बाहर होने] के बाद हमारे खिलाडि़यों का विश्व कप थामना मेरे लिए विशेष क्षण था। यह यादगार पल था। यह प्रेरणादाई था। दस वर्षीय बालक के रूप में कपिल देव को विश्व कप उठाते हुए देखना और फिर 2011 में देखना विशेष था। मैं जानता हूं कि आपने दस साल के कई बच्चों को प्रेरित किया होगा। चुनौतियां हैं लेकिन भारतीय टीम को आगे बढ़ाने के लिए आप सही व्यक्ति हो। द्रविड़ ने टीम के साथ इतना समय बिताया है कि अब उन्हें भारतीय ड्रेसिंग रूम की कमी खलेगी। उन्होंने हल्के फुल्के अंदाज में कहा, मुझे ड्रेसिंग रूम, मजाक और सौहार्द की कमी खलेगी लेकिन रैप संगीत की ज्यादा नहीं। इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि उन्होंने खुद से वादा किया है कि वह किसी भी समारोह में भावुक नहीं होंगे और पिछले दो तीन सप्ताह में उनके धैर्य की परीक्षा हो रही है।
कुंबले जिन्होंने द्रविड़ के सहयोग से कई विकेट लिए, ने कहा कि किसी के लिए भी इस क्रिकेटर के पदचिन्हों पर चलना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, राहुल आपके साथ भागीदारी शानदार रही। जब हम पीछे मुड़कर देखेंगे तो हम अपनी शानदार यादों को याद करेंगे। मैं अभी केवल यही कहूंगा कि आपने मेरी गेंदबाजी पर 55 कैच लिए। जब उनके पहले पुत्र समित का जन्म हुआ, किसी ने मजाक किया कि काट द्रविड़ बोल्ड कुंबले। लेकिन उनका पुत्र राहुल द्रविड़ नहीं हो सकता। द्रविड़ के साथ कई मैच विजेता साझेदारियां निभाने वाले लक्ष्मण ने अपने इस साथी को सर्वकालिक महान खिलाड़ी करार दिया। लक्ष्मण ने कहा, यह महान क्षण है जिसमें दिग्गज हस्तियां और भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ी इस खेल के सर्वकालिक महान खिलाड़ी के शानदार करियर के अंत का जश्न मना रहे हैं। वह बहुत अच्छा दोस्त है और साथी है। मुझे निश्चित रूप से ड्रेसिंग रूम में आपकी कमी खलेगी। जब मैं 16 साल के उम्र में पहली बार आपसे मिला था तो इस खेल के प्रति आपके जुनून और शैली से काफी प्रभावित हुआ था। इसके बाद हम भारत के लिए खेले और मैंने हमेशा आपके साथ का लुत्फ उठाया। लक्ष्मण ने याद किया कि टीम के हित में द्रविड़ ने कितने बलिदान किए। उन्होंने कहा, वह पूरी तरह निस्वार्थ क्रिकेटर रहा तथा वर्षों तक उन्होंने एक क्रिकेटर के रूप में जो कई भूमिकाएं निभाई उससे यह साबित हो जाता है। चाहे वह पारी की शुरुआत करना हो या विकेटकीपिंग, उन्होंने हमेशा दिखाया कि उनके लिए टीम पहले है। धौनी ने कहा कि आक्रामकता दिखाने के मामले में द्रविड़ दूसरों से भिन्न कैसे हैं। उन्होंने कहा, जब यह माना जाता है कि आक्रामकता जुबानी होती, तब वह विरोधी टीम के लिए एक भी शब्द नहीं कहते हैं। वह कैच लेकर या क्रीज पर टिककर अपनी आक्रामकता दिखाते रहे हैं। वह इस खेल को खेलने वाले महानतम खिलाडि़यों में से एक और नंबर तीन पर खेलने वाले महानतम बल्लेबाज हैं। वह ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने सबसे अधिक कैच लिए। वह देश और टीम के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते थे। चाहे वह सलामी बल्लेबाज बनना हो या विकेटकीपिंग या सिली प्वाइंट या स्लिप पर क्षेत्ररक्षण करना।
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