कोहली के बल्ले से कराहा पाकिस्तान
विराट कोहली के दम पर भारत ने मीरपुर में वह कर दिखाया जो इससे पहले भारतीय वनडे इतिहास में कभी नहीं हुआ। पाकिस्तान के 330 के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 47.5 ओवर में ही इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। यह लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के वनडे इतिहास की सबसे बड़ी जीत रही साथ ही टीम के एशिया कप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें प्रबल हो गई है।
मीरपुर। विराट कोहली के दम पर भारत ने मीरपुर में वह कर दिखाया जो इससे पहले भारतीय वनडे इतिहास में कभी नहीं हुआ। पाकिस्तान के 330 के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 47.5 ओवर में ही इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। यह लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के वनडे इतिहास की सबसे बड़ी जीत रही साथ ही टीम के एशिया कप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें प्रबल हो गई है। लक्ष्य के जवाब में उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और गौतम गंभीर [शून्य] ने पारी की दूसरी ही गेंद पर हफीज के हाथों अपना विकेट गंवा दिया। फिर कोहली और सचिन ने पिच पर टिकते हुए टीम को संभाला। दोनों बल्लेबाजों ने धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए कुछ ही समय में अपने-अपने अर्धशतक पूरे कर लिए। अजमल की एक गेंद पर सचिन [52] तो यूनुस खान को अपना कैच थमा बैठे लेकिन विराट का कहर जारी रहा और 29वें ओवर में उन्होंने अपने करियर की 11वीं सेंचुरी पूरी कर ली। 30वें ओवर में कोहली ने वनडे क्रिकेट में अपना 11वां शतक पूरा कर लिया जबकि रोहित शर्मा उनके साथ मजबूती से टिके रहे। दोनों बल्लेबाजों के बीच तीसरे विकेट के लिए 172 रनों की एतिहासिक साझेदारी हुई जिससे यह स्पष्ट हो गया कि टीम इंडिया आज जीत कर ही दम लेगी। कुछ ही समय में भारत ने 300 के करीब पहुंचा और विराट कोहली ने महेंद्र सिंह धौनी की वनडे क्रिकेट में 183 रनों के शानदार रिकार्ड की बराबरी कर ली लेकिन ठीक उतने ही रनों पर कोहली आउट हो गए। जाते-जाते विराट अपना काम कर चुके थे और फिर रोहित भी 68 रन बनाने के बाद पवेलियन लौट गए। आखिर में धौनी और रैना ने मैच को 47.5 ओवर में ही खत्म करके भारत की फाइनल में सीट पक्की करा दी।
इससे पहले पाकिस्तान ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी की। ओपनिंग बल्लेबाज हफीज और नसीर दोनों ने भारत की लचर गेंदबाजी का फायदा उठाते हुए मनमाफिक अंदाज में बल्लेबाजी की और आसानी से अपने-अपने अर्धशतक जमाए। 18वें ओवर में दोनों बल्लेबाजों ने पचासा लगाया। हफीज ने अपने अर्धशतक को शतक में बदला और करियर का चौथा शतक जमाया। थोड़ी देर बाद जमशेद ने भी अपना पहला शतक पूरा किया। दोनों ने भारत के खिलाफ बड़ी साझेदारी की और पहले विकेट के लिए दोनों ने 36 ओवर में 224 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी को आर अश्विन ने इरफान के हाथों जमशेद को कैच आउट कराकर तोड़ा। जमशेद ने अपनी शतकीय पारी में 104 गेंदों में 10 चौका व एक छक्का लगाया। अगले ही ओवर में अशोक डिंडा ने दूसरे शतकवीर हफीज को एलबीडब्ल्यू कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। हफीज ने अपने शतक के लिए 113 गेंदों में नौ चौका व एक छक्का लगाया। लगभग एक साल बाद क्रिकेट के मैदान पर दोनों चिर-प्रतिद्वंद्वी एक-दूसरे का सामना कर रहे हैं। प्रवीण कुमार ने उमर अकमल [28] को कैच आउट कराकर भारत को तीसरी सफलता दिलाई। इसके बाद पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने क्रीज पर आते ही एक रन से खाता खोला और वनडे करियर में अपने सात हजार रन पूरे कर लिए। फिर कुछ देर तक अफरीदी जरूर टिके लेकिन नौ रन पर उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा। मैदान पर आखिरी ओवरों में असली धमाल मचाया यूनुस खान ने, जिन्होंने 34 गेंदों में 52 रनों की धुआंधार पारी खेलकर टीम के स्कोर को रफ्तार दी, वह तो आउट हो गए लेकिन टीम 329 रन बनाने में सफल रही। अब फाइनल में भारत और पाकिस्तान एक बार फिर आमने-सामने होंगे और जाहिर तौर पर उस मुकाबले का भी रोमांचक होना तय है।
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