बैली फैट कम करने के लिए तो ये आसन फायदेमंद है ही लेकिन इसके साथ ही ये बॉडी के दूसरे अंगों जैसे हार्ट, हिप्स और फेफड़ों को भी मजबूत और लचीला बनाने का काम करता है। आर्थराइटिस की वजह से होने वाले बॉडी पेन को भी इस आसन की मदद से कंट्रोल किया जा सकता है।
World Stroke Day: 5 आसन जिनकी मदद से कर सकते हैं स्ट्रोक के खतरे को कम


हार्ट, स्पाइन और फेफड़ों को लचीला बनाने के साथ ही उष्ट्रासन ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है। इसके साथ ही इसके अभ्यास से मिरगी, स्ट्रेस और स्ट्रोक के खतरे की संभावनाओं को कम किया जा सकता है।

वृक्षासन योग आपके मन को एकाग्र और शांत रखता है। साथ ही बॉडी के दूसरे हिस्सों को भी हेल्दी बनाता है। इस आसन के रोजाना अभ्यास से बॉडी बेलेंसिंग में मदद मिलती है। इतना ही नहीं वेरिकोज़ वेन के प्रॉब्लम भी इससे दूर की जा सकती है।

हिप्स और उसके आसपास का एरिया भुजंगासन से स्ट्रॉन्ग होता है जिससे डाइजेशन सुधरता है। इसके अलावा ये आसन गैस, हार्ट बर्न और एसिडिटी की समस्या से भी राहत दिलाता है। इससे फेफड़े और हार्ट की कार्यक्षमता में भी इजाफा होता है। हाथ और बैक की मसल्स मजबूत और फ्लेक्सिबल होती है। सबसे जरूरी इस आसन को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल कर आप स्ट्रोक से बचे रह सकते हैं।

यह चेहरे में रक्त को प्रसारित करने में मदद करता है और पैरों की ऐंठन और झुर्रियों को भी कम करता है। वास्तव में इस मुद्रा को सभी सरलतम अभ्यासों में एक माना जाता है। यह एक मजेदार आसन है, जो आपको पुनर्जीवित और खुश रखता है।