बच्चे की त्वचा नाजुक होती है तो उन्हें नहलाने के बाद मॉयस्चराइज़ करना बिल्कुल भी मिस न करें। लेकिन यह भी ध्यान रखें कि बच्चों का मॉयस्चराइज़र अलग होता है उसी का इस्तेमाल करें। विटामिन ई, विटामिन बी5, मिल्क प्रोटीन युक्त मॉयस्चराइज़र बेस्ट होता है।
सर्दियों में बच्चे की देखभाल के लिए अपनाएं ये टिप्स

त्वचा को अच्छे से मॉइश्चराइज़ करें

ज्यादा देर तक न नहलाएं
सर्दियों में बच्चे को गर्म पानी से ज़्यादा देर तक न नहलाएं, क्योंकि इससे उनकी स्किन रूखी हो सकती है। तेज गर्म पानी से नहाने से नमी खत्म होते जाती है स्किन ड्राई हो जाती है। तो जितनी देर भी आप बच्चे को नहलाती हैं उससे थोड़ा कम देर ही नहलाएं।

डायपर बदलते रहें
बच्चों में डायपर से होने वाली रैशज़ की प्रॉब्लम बहुत ही आम है। लेकिन सर्दियों में ये ज्यादा इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि बच्चे को ज़्यादा कपड़ें पहनाए जाते हैं। तो रैशेज, खुजली और जलन जैसी समस्याओं से बचाने के लिए समय-समय पर उनके डायपर बदलते रहें। एल्कोहल-फ्री और सोप-फ्री वाइप्स से साफ़ करें, जिनमें मॉइश्चराइज़िंग गुण भी हों।

ह्यूमिडिफायर का करें इस्तेमाल
अगर घर के भीतर की हवा बहुत शुष्क है, तो आप ह्यूमिडिफायर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। हवा में नमी बढ़ने से त्वचा के रूखेपन को कम करने में मदद मिलेगी।

स्पॉन्ज से नहलाएं
स्पॉन्ज से नहलाना भी एक ऑप्शन है। बच्चे की त्वचा बहुत नाज़ुक और संवेदनशील होती है, इसलिए विशेष रूप से बच्चे की त्वचा के लिए तैयार किए गए पीएच संतुलित हाइपोएलर्जेनिक और चिकित्सकीय रूप से सिद्ध माइल्ड क्लींज़र का उपयोग किया जा सकता है। इससे बच्चे की त्वचा में मॉइश्चर संतुलन बना रहेगा।
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