COVID-19: कुश्ती के खेल पर कोरोना संकट, लंबे समय तक ना करना पड़ जाए बंद
कोरोना महामारी की वजह से ऐसे खेल पर लंबे समय तक ब्रेक लग सकता है जिसमें खिलाड़ी एक दूसरे के सीधे संपर्क में आते हैं। कुश्ती ऐसे खेलों में से एक है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण ने पूरी दुनिया में दहशत फैला दी है। इस एक संक्रमण की वजह से पूरी दुनिया में लॉकडाउन की स्थिति है। भारत में भी 3 मई तक लॉकडाउन जारी है। कोरोना महामारी की वजह से ऐसे खेल पर लंबे समय तक ब्रेक लग सकता है जिसमें खिलाड़ी एक दूसरे के सीधे संपर्क में आते हैं। कुश्ती ऐसे खेलों में से एक है।
कुश्ती में खिलाड़ियों को एक दूसरे साथ मैट पर रिंग में भिड़ना पड़ता है। इस खेल में शरीर की सीधा संपर्क होता है और महामारी खत्म होने के बाद भी लोगों को एक दूसरे से लंबे समय तक दूरी बनाए रखनी होगी। ऐसे में कुश्ती के आयोजन में समय लग सकते हैं।
तौलिए के प्रयोग करना होगा विचार
कुश्ती में जब पहलवान राउंड खत्म होने के बाद अपने-अपने कॉर्नर पर आते हैं तो उनके कोच तौलिए से उनका पसीना पोछते हैं और तौलिए से ही उनकी हवा करते हैं। ऐसे में कोरोना के बाद पहलवानों के लिए भी विश्व कुश्ती महासंघ को जरूरी नियम बनाने होंगे। हो सकता है कि पहलवानों को भी खुद से ही तौलिया लेकर अपना पसीना पोंछना होगा।
जहां शारीरिक दूरी की बात की जा रही है तो कुश्ती में पहलवान एक-दूसरे को पकड़कर खेलते हैं तो ऐसे में महासंघ के लिए कोरोना के बाद खेल को फिर से शुरू करना बड़ी चुनौती होगी। भारतीय कुश्ती संघ के एक अधिकारी ने कहा कि अभी तो इन चीजों पर किसी से कोई बात नहीं हुई क्योंकि सभी खेलों के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं।
मुक्केबाजी पर भी लग सकता है लंबा ब्रेक
जैसे ही स्थिति समान्य होंगी तो जरूर ही इन चीजों पर ध्यान दिया जाएगा। इसी तरह मुक्केबाजी में भी चीजों पर ध्यान देना होगा। एनबीए ने खिलाडि़यों से एक-दूसरे के हाथों से ताली बजाने के बजाय हवा में मुक्का लहराने की विनती की थी। बास्केटबॉल स्टार को गेंद और टी-शर्ट पर ऑटोग्राफ देने से भी मना किया गया।