WADA ने रूस पर लगाया चार साल का प्रतिबंध, ओलंपिक से हुई बाहर
4 साल के प्रतिबंध की वजह से रूस अब ओलंपिक में भाग नहीं ले पाएगा। ओलंपिक 2020 का आयोजन टोक्यो में होना है।
नई दिल्ली, जेएनएन। वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी ने एक कड़ा कदम उठाते हुए रूस पर चार साल का प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है। इस प्रतिबंध की वजह से वह ओलंपिक में भाग नहीं ले पाएगा। ओलंपिक 2020 का आयोजन टोक्यो में होना है। वाडा ने बताया कि रूस के पास इस फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए 21 दिन का वक्त है। इससे पहले भी रूस पर 2015 से 2018 तक तीन साल का प्रतिबंध लगाया जा चुका है।
वाडा के अध्यक्ष क्रेग रीडी ने शनिवार को ओलंपिक समिट में कहा था कि जो भी मास्को की प्रयोगशाला के डाटा से छोड़ छाड़ करने के दोषी हैं उनकी कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा था, "मैं बात से सहमत था कि यह खेल पर किया गया एक आक्रमण था। ऐसे काम को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त फैसला लिए जाने की जरूरत है।"
रूस को खेल के सभी बड़े इवेंट से अगले चार साल के लिए बाहर करने का फैसला लिया गया है। वाडा ने रुस पर चार का प्रतिबंध लगाया है जिसका मतलब है कि वो टोक्यो ओलंपिक और 2022 में कतर में खेले जाने वाले फुटबॉल विश्व कप में भी हिस्सा नहीं लेक पाएगी।
स्विट्जरलैंड में वाडा की कमेटी ने सर्वसम्मति से एक फैसला करते हुए रूस पर अगले चार साल का प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया। यह फैसला इसी साल जनवरी में रूस की एंटी डोपिंग एजेंसी को प्रयोगशाला के डाटा के साथ जांच के दौरान छोड़ छाड़ करने की वजह से लिया गया।
वाडा ने बताया कि रूस के पास इस फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए 21 दिन का वक्त है। अगर वो ऐसा करते हैं तो यह मामला Court of Arbitration for Sport (Cas) के पास जाएगा।
रूस ने हाल 2014 में हुए शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी की थी। इतना ही नहीं पिछले साल 2018 के फुटबॉल विश्व कप को भी रुस में ही खेला गया था।