महिला विश्व चैंपियनशिप: भारतीय महिला मुक्केबाजी टीम के लिए ट्रायल होना लगभग तय
इस टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व 70 किग्रा वर्ग को छोड़कर अन्य वगरें में गत राष्ट्रीय चैंपियन को करना था। विश्व चैंपियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना को टोक्यो खेलों में उनके प्रदर्शन के आधार पर 70 किग्रा वर्ग में सीधे प्रवेश दिया गया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआइबीए) के द्वारा इस्तांबुल में होने वाली महिला विश्व चैंपियनशिप को मार्च 2022 तक स्थगित करने के बाद पूरी संभावना है कि भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआइ) इस टूर्नामेंट की टीम का चयन करने के लिए ट्रायल का आयोजन करेगा।
इस टूर्नामेंट का आयोजन तुर्की के शहर में पहले चार से 18 दिसंबर तक होना था और भारत ने इस टूर्नामेंट के लिए सभी वजन वगरें में राष्ट्रीय चैंपियन और ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहाई को चुना था। एआइबीए ने राष्ट्रीय महासंघों को भेजे पत्र में कहा कि कोविड-19 के कारण वर्तमान में परिस्थितियां काफी मुश्किल हैं और वे टूर्नामेंट का आयोजन करके जोखिम नहीं ले सकते।
इस टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व 70 किग्रा वर्ग को छोड़कर अन्य वगरें में गत राष्ट्रीय चैंपियन को करना था। विश्व चैंपियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना को टोक्यो खेलों में उनके प्रदर्शन के आधार पर 70 किग्रा वर्ग में सीधे प्रवेश दिया गया था। राष्ट्रीय महासंघ के एक सूत्र ने कहा, 'इस फैसले के कारण राष्ट्रीय शिविर में थोड़ा विलंब होगा और अब सभी वजन वगरें में ट्रायल का आयोजन निश्चित है क्योंकि चार महीने का बड़ा अंतर है। हमें मुक्केबाजों की फिटनेस का भी जायजा लेना होगा इसलिए यह तार्किक है कि टूर्नामेंट के आसपास ट्रायल का आयोजन किया जाए। साथ ही महिला मुक्केबाज तैयारी के लिए बाहर जाएंगी क्योंकि हम सिर्फ विश्व चैंपियनशिप की बात नहीं कर रहे। अगले साल राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेल भी होने हैं।'
लवलीना को सीधे चुना जाना विवाद का कारण बन गया था जब राष्ट्रीय चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता और विश्व युवा चैंपियन अरुंधति चौधरी ने इसका विरोध करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाई कोर्ट ने इसके बाद बीएफआइ को नोटिस जारी किया था जिसने कहा था कि लवलीना की तीन नंबर की विश्व रैंकिंग और ओलिंपिक के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें सीधा प्रवेश दिया गया। बेलग्रेड में पुरुष विश्व चैंपियनशिप के दौरान यूरोप में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच तुर्की की यात्रा करने को लेकर कई राष्ट्रीय महासंघों ने आशंका जताई थी जिसके बाद महिला विश्व चैंपियनशिप को मार्च 2022 तक स्थगित करने का फैसला किया गया।