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मुझसे पहले भिड़ता तो नहीं देता अमुजु ऐसा बयान : विजेंदर

अफ्रीकी मुक्केबाज अर्नेस्ट अमुजु पर विजेंदर सिंह ने जवाबी हमला किया है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sat, 16 Dec 2017 08:13 PM (IST)Updated: Sat, 16 Dec 2017 08:13 PM (IST)
मुझसे पहले भिड़ता तो नहीं देता अमुजु ऐसा बयान : विजेंदर
मुझसे पहले भिड़ता तो नहीं देता अमुजु ऐसा बयान : विजेंदर

निखिल शर्मा, नई दिल्ली। 23 दिसंबर को जयपुर में होने वाले पेशेवर मुक्केबाजी के मुकाबले में विजेंदर सिंह को रिंग में तोडऩे की धमकी देने वाले अफ्रीकी मुक्केबाज अर्नेस्ट अमुजु पर विजेंदर सिंह ने जवाबी हमला किया है। भारतीय मुक्केबाज विजेंदर ने कहा कि अगर अमुजु की किसी भारतीय मुक्केबाज के साथ पहले फाइट हो जाती तो वह ऐसे बयान नहीं देता। विजेंदर ने कहा कि अमुजु अफ्रीकी चैंपियन जरूर है, लेकिन अफ्रीका के बाहर कभी नहीं खेला है। उसने अमेरिका, भारत, इंग्लैंड नहीं देखा है। अगर वह घर में ही फाइट खेलकर खुश है तो वहीं रहकर खेले। मैं 23 दिसंबर को उसको दिखाऊंगा कि मुक्केबाजी जुबान से नहीं मुक्कों से खेली जाती है। 

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पेशेवर मुक्केबाजी का अमुजु के पास ज्यादा अनुभव होने के सवाल पर विजेंदर ने कहा कि मैंने उसका खेल देखा है। वह दो बार 10 या 12 राउंड तक फाइट लेकर गया लेकिन दोनों ही हार गया। मैंने नौ फाइट जरूर खेली हैं, लेकिन सभी जीती हैं और अब पेशेवर मुक्केबाजी में मुझे तीन साल हो गए हैं। मेरे पास उसके लिए प्लान है, जिसे मैं रिंग में ही सामने रखूंगा। 

भारत में विजेंदर से भिडऩे से पहले पीछे भी दोनों मुक्केबाजों ने बड़े-बड़े बयान दिए थे, लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाए। विजेंदर ने कहा कि मुझे दर्शकों से अच्छा समर्थन मिलता है। मैं अपने देश में अपने लोगों के साथ खेलता हूं तो उत्साहित होता हूं। लोग दिल से मेरे लिए मैच देखने आते हैं, तो मैं उन्हें निराश नहीं देख सकता हूं। 

ओलंपिक में स्वर्ण नहीं जीत पाने पर विजेंदर ने कहा कि मुझे लगता है कि मुझे स्वर्ण जीतना चाहिए था। मैं तीन ओलंपिक खेल चुका हूं। जीतने की कोशिश भी की थी, लेकिन कहते हैं कि ना किस्मत बड़ी चीज है। ओलंपिक की बात करना आसान है, लेकिन वहां जाकर अच्छा प्रदर्शन करना आसान नहीं होता है। अभी युवाओं का समय है। कई युवा और भी आएंगे। 

ट्रेनिंग पर बोलते हुए ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज ने कहा कि मुक्केबाजी करनी है, परिणाम लाने हैं तो ट्रेनिंग तो करनी ही पड़ती है। मैं इसके लिए कड़ी मेहनत करता हूं। डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक और ओरियंटल सुपर मिडिलवेट बेल्ट जीते हुए विजेंदर ने कहा मैंने अब तक नौ में से दो ही फाइट भारत में खेली हैं। अनुभव की बात करूं तो काफी अच्छा रहा। मेरी भारत में ये तीसरी फाइट है। मेरा मकसद है कि भारत में ही फाइट करूं। भारत में मुक्केबाजी आगे ले जाऊं और चाहता हूं कि देश के लिए कई मुक्केबाज निकले जो ओलंपिक में पदक जीतें। विजेंदर ने हाल ही में यूथ विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में पांच स्वर्ण जीतने वाली महिला मुक्केबाजों की भी खुलकर तारीफ की। पेशेवर मुक्केबाजी छोडऩे के बाद के करियर पर विजेंदर ने कहा कि मैंने अपनी विजेंदर सिंह नाम की मुक्केबाजी प्रमोशन कंपनी खोली है। इसमें मैं मुक्केबाजी को प्रमोट कर रहा हूं। साथ ही कई बच्चे भी तैयार करूंगा। 

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