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प्रो वॉलीबॉल लीग पर खुद ही अड़ंगा लगा रहा वीएफआइ

वीएफआइ के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण इस लीग के साथ ही खिलाडि़यों का भी भविष्य अंधकार में पड़ गया है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 06:54 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:54 PM (IST)
प्रो वॉलीबॉल लीग पर खुद ही अड़ंगा लगा रहा वीएफआइ
प्रो वॉलीबॉल लीग पर खुद ही अड़ंगा लगा रहा वीएफआइ

अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। क्रिकेट के शौकीन देश भारत में बैडमिंटन, कुश्ती और वॉलीबॉल लीग आने से उन खेलों के खिलाडि़यों का भला हुआ है लेकिन अभी भी कुछ खेल संघ ऐसे हैं जो अपने ही खिलाडि़यों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं और उनमें से एक है भारतीय वॉलीबॉल संघ (वीएफआइ)।

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वॉलीबॉल के खिलाड़ी भी चाहते हैं कि इनको भी टीवी पर लोग देखें और उन्हें भी अच्छी रकम मिले। इस साल फरवरी में प्रो वॉलीबॉल लीग (पीवीएल) का पहला सत्र होने से ऐसा हुआ भी लेकिन अब वीएफआइ के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण इस लीग के साथ ही खिलाडि़यों का भी भविष्य अंधकार में पड़ गया है। सूत्रों का कहना है कि वीएफआइ के सचिव रामअवतार जाखड़ निजी फायदे के लिए इस लीग की राह रोक रहे हैं। इस मसले पर जाखड़ से बातचीत की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।

शुरू नहीं हो पा रहा दूसरा सत्र : इस लीग को कराने की जिम्मेदारी बेसलाइन वेंचर्स और वीएफआइ की थी और इसके लिए दोनों के बीच 10 साल का करार भी हुआ था लेकिन वीएफआइ के महासचिव रामवतार सिंह जाखड़ लीग के दूसरे सत्र को शुरू करने के लिए सहमति नहीं दे रहे हैं। दैनिक जागरण के पास लीग आयोजित करने वाली कंपनी बेसलाइन वेंचर्स और वीएफआइ के बीच आदान-प्रदान किए गए ईमेल हैं। इसमें बेसलाइन की तरफ से वीएफआइ के कार्यकारी सदस्यों को लिखा गया है कि इस लीग का पहला सत्र सफलतापूर्वक रहा था। दूसरे सत्र के लिए प्रायोजक, टीम के मालिक, खिलाड़ी, प्रसारणकर्ता, अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल संघ (एफआइवीबी) सभी तैयार हैं। जिस तरह के हालत बने हुए हैं उससे दूसरे सत्र का आयोजित होना मुश्किल स्थिति में हैं। मालूम हो कि बेसलाइन और वीएफआइ के बीच 10 साल का करार हुआ था। इसके पहले सत्र का प्रसारण सोनी नेटवर्क ने किया था।

तारीख पर तारीख : बेसलाइन वेंचर्स इस साल मार्च से वीएफआइ से दूसरे सत्र को शुरू कराने के लिए तारीखें मांग रहा है। सोनी चाहता है कि पीवीएल नवंबर में हो लेकिन वीएफआइ ने तारीखें नहीं दी। सोनी ने सात फरवरी 2020 की अंतिम तारीख दी थी अगर हम इस तारीख से 90 या 100 दिन पहले उसे पुष्टि नहीं करते हैं तो इस लीग का प्रसारण नहीं होगा। पहले सत्र के सभी पैसे वीएफआइ और खिलाडि़यों को दे दिए गए हैं। करार के अनुसार, यदि लीग फायदे में भी नहीं रहती तब भी वीएफआइ को एक अनुमानित रकम मिलनी थी। वीएफआइ को एक साल में 3.5 करोड़ रुपये प्राप्त हुए और यदि लीग घाटे में भी रहती तब भी उन्हें यह रकम हर साल मिलनी थी।

वीएफआइ ने अचानक बातचीत की बंद : इस साल जून में वीएफआइ की तरफ से एक पत्र मिला था जो पहले सत्र के सफल होने को लेकर था। इसके बाद बेसलाइन ने जुलाई में वीएफआइ को ऑडिटेड रिटर्न जमा किया। फिर पता नहीं वीएफआइ के व्यवहार में क्या बदलाव आया कि उन्होंने जून और जुलाई में अचानक से बातचीत करना बंद कर दिया।

एफआइवीबी ने भी लिखा पत्र : अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल संघ ने भी वीएफआइ को एक पत्र लिखा और कहा कि जब तक आप बेसलाइन वेंचर्स के साथ अपने मुद्दों को हल नहीं कर लेते तब तक वह आपसे कोई बातचीत नहीं करेगा। यह पत्र अगस्त के अंतिम सप्ताह में भेज गया था। इसके बाद वीएफआइ ने कोई जवाब नहीं दिया। फिर एफआइवीबी ने 15 अक्टूबर को पत्र लिखा और जिसमें कहा गया था कि वीएफआइ दूसरे सत्र के लिए प्रतिबद्ध तारीखें उपलब्ध कराए, लेकिन अभी तक वीएफआइ ने कोई जवाब नहीं दिया। यदि लीग आयोजित नहीं की जाती है तो छह फ्रेंचाइजी और बेसलाइन अपने नुकसान की वसूली के लिए वीएफआइ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। अदालती मामलों के बाद, यह लीग खत्म हो जाएगी। कोई भी कंपनी या चैनल लीग को संभालने या बचाने में सक्षम नहीं होगा।

सीईओ ने की कोशिश : पीवीएल के सीईओ जॉय भट्टाचार्य ने लीग के दूसरे सत्र की तारीखों के लिए वीएफआइ के सचिव को इस साल मार्च में ई-मेल लिखकर तारीखें देने का आग्रह किया। इसमें भट्टाचार्य ने लिखा था कि पहला सत्र काफी सफतलतापर्वूक रहा था और इसके लिए आपको बधाई। सोनी ने हमें जानकारी दी थी कि वह इस साल के अंत में दूसरे सत्र का आयोजन चाहता है। उन्होंने 15 अक्टूबर से 15 दिसंबर की तारीखें भी हमें बताई हैं। हम आपको भी ये तारीखों अवगत करा रहे हैं ताकि हम अपनी योजनाओं पर काम कर सके। हम एक या दो फ्रेचाइजियों को और बढ़ाना चाहते हैं। दो फ्रेंचाइजी पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बंगाल और छत्तीसगढ़ से हो सकती हैं। फिर इसके बाद भट्टाचार्य ने टीम के मालिकों के साथ बैठक करके खिलाडि़यों को रिटेन करने को लेकर ई-मेल किया। खिलाडि़यों की नीलामी की तारीखों की भी जानकारी दी गई। यह लीग इस साल दो फरवरी से 22 फरवरी के बीच हुई थी इसमें छह टीमों ने शिरकत की थी। इस लीग के मैच छह शहरों में खेले गए थे।

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