सुशील-प्रवीण मामले पर अभी तक नहीं आया कोई फैसला, क्यों मौन है अनुशासनात्मक समिति?
प्रवीण ने बताया कि मैं लीग के बाद अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों से मिला। मुझे इस मामले को नहीं बढ़ाने की सलाह दी गई और कहा जो हुआ उसे भुला दें।
नई दिल्ली, योगेश शर्मा। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार और प्रवीण राणा के समर्थकों के बीच मारपीट के मामले को लेकर लगभग दो महीने बीत चुके हैं लेकिन भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआइ) की अनुशासनात्मक समिति अभी तक मौन बैठी हुई है। प्रवीण का शिकायत पत्र और सुशील का जवाबी पत्र डब्ल्यूएफआइ के पास है लेकिन दोनों के जवाब मिलने के बाद भी संघ की अनुशासनात्मक समिति कोई फैसला नहीं निकाल सकी है।
संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने पहले कहा था इस मामले पर प्रो कुश्ती लीग (पीडब्ल्यूएल) के तीसरे सत्र के खत्म होने के बाद कोई फैसला निकाला जाएगा ताकि लीग के दौरान पहलवान परेशान नहीं हों लेकिन अभी तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है।तीन सदस्यीय अनुशासनात्मक समिति के अध्यक्ष आइडी नानावटी ने दैनिक जागरण को बताया कि मुझे अभी दोनों के पत्र नहीं मिले है। मेरी संघ में इस मामले पर फोन पर बात हुई थी जिसमें बताया गया था कि सुशील और प्रवीण का एक मामला आया है। मैं इस मामले पर बुधवार से शुरू हो रही राष्ट्रीय जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप के दौरान बृजभूषण और समिति के अन्य सदस्यों से बातचीत करूंगा। मुङो उम्मीद है कि इस चैंपियनशिप के बाद कोई फैसला जरूर निकलेगा।
जब नानावटी से पूछा गया कि अगर सुशील दोषी पाए जाते हैं तो क्या उन्हें कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में खेलने से रोक दिया जाएगा तो उन्होंने कहा, ‘जब तक कोई नतीजा नहीं आ जाता मैं ज्यादा कुछ नहीं कह सकता।’ 26 जनवरी को पीडब्ल्यूएल के तीसरे सत्र का समापन हुआ था और उसके बाद प्रवीण ने संघ के अध्यक्ष से मुलाकात की लेकिन उन्हें न्याय की जगह सिर्फ आश्वासन ही मिला।
प्रवीण ने बताया कि मैं लीग के बाद अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों से मिला। मुझे इस मामले को नहीं बढ़ाने की सलाह दी गई और कहा जो हुआ उसे भुला दें। पुलिस ने अभी तक सुशील की गिरफ्तारी नहीं की और मैंने इस मामले पर आगे कोई कारवाई नहीं देखी। मुझे न्याय मिलना चाहिए।’ पिछले साल दिसंबर के अंत में कॉमनवेल्थ गेम्स और सीनियर एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के चयन ट्रायल में प्रवीण ने सुशील पर आरोप लगाया था कि उनके और उनके भाई नवीन राणा के साथ मारपीट सुशील के इशारों पर हुई थी।