खेल मंत्री किरन रिजिजू ने कहा- अगले साल कुछ टूर्नामेंट आयोजित हो पाएंगे
किरन रिजिजू को उम्मीद है कि भारत अगले साल के शुरू में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कर पाएगा। कोविड-19 महामारी के कारण मार्च से भारत में खेल गतिविधियां बंद हैं। पिछले कुछ महीनों में खिलाडि़यों ने धीरे-धीरे ट्रेनिंग शुरू की है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री किरन रिजिजू को उम्मीद है कि भारत अगले साल के शुरू में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कर पाएगा। कोविड-19 महामारी के कारण मार्च से भारत में खेल गतिविधियां बंद हैं। पिछले कुछ महीनों में खिलाडि़यों ने धीरे-धीरे ट्रेनिंग शुरू की है।
रिजिजू ने यहां एक बैठक में शनिवार को कहा, 'शुरू में मुझे लगा कि अक्टूबर में कुछ खेल गतिविधियां हो सकती हैं, लेकिन कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण ऐसा नहीं हो सका। हालांकि हमारी अभी कोई खेल प्रतियोगिताएं नहीं हैं, लेकिन जैसा कि मुझे लग रहा है कि उम्मीद है कि जल्द ही इसका टीका भी आ जाएगा। अगले साल के शुरू में हम मैदान कुछ स्पर्धाएं करा पाएंगे।' खेल मंत्री ने कहा कि जिन खिलाडि़यों ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है, उनकी लगातार समीक्षा की जा रही है और जूनियर खिलाडि़यों की भी जल्द ट्रेनिंग शुरू होगी।
उन्होंने कहा, 'एलीट खिलाडि़यों को उचित ट्रेनिंग दी जा रही है। मैं रोज उनकी प्रगति की समीक्षा कर रहा हूं। कुछ स्पर्धाओं को छोड़कर सभी एलीट खिलाडि़यों की ट्रेनिंग और कोचिंग चल रही है और जल्द ही जूनियर खिलाडि़यों की भी ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी।'
चिकित्सा विशेषज्ञों की पहचान कर रहा साई
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने शनिवार को कहा कि उसके केंद्रों में प्रशिक्षण कर रहे एथलीटों पर कोविड-19 संक्रमण के असर के मूल्यांकन के लिए वह चिकित्सा और पैरामेडिकल विशेषज्ञों की पहचान कर रहा है। साई ने 'ग्रेडेड रिटर्न टू प्ले (जीआरटीपी)' नाम से नए दिशानिर्देश जारी किए हैं जिसके तहत कोचों को एथलीटों की क्षमता के 50 प्रतिशत शारीरिक गतिविधियों के साथ अभ्यास शुरू कराने के निर्देश दिए गए हैं। साई ने कहा, 'खिलाडि़यों के अभ्यास सत्रों के पहले, दौरान और बाद में निगरानी की जाएगी और यदि कोई अलग लक्षण मिलता है तो इसे आगे के मूल्यांकन के लिए मेडिकल दल को सूचित कर दिया जाएगा।'