बेटे के गले में गोल्ड मेडल देख छलके उठे आंसू
16 वर्षीय सौरभ चौधरी ने 10 मीटर एयर पिस्टल में विश्व रिकार्ड बनाया है।
जासं, मेरठ : साधारण किसान परिवार से निकल कर एशियन गेम में गोल्ड मेडल जीतकर लौटे शूटर सौरभ चौधरी का रविवार सुबह गांव पहुंचने पर फूल मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया गया। ग्रामीणों ने कोच यशपाल सिंह का भी स्वागत किया। इस दौरान उसने मीडिया से अपने अनुभव भी साझा किए। कलीना गांव निवासी किसान जगमोहन के पुत्र शूटर सौरभ चौधरी के घर पहुंचने पर मां बृजेश देवी व पिता जगमोहन ने गले लगाकर आशीर्वाद दिया।
सौरभ ने बताया कि वह अपने गेम में प्रतिद्वंद्वी के बारे में न सोचकर लगातार अपना अच्छा प्रदर्शन देने का प्रयास करते हैं। एशियन गेम में गोल्ड मेडल जीतकर उनका आत्मविश्र्वास बढ़ा है। प्रतिद्वंद्वी के विषय में न सोचने की वजह से वह बेहतर प्रदर्शन कर पाए। इस लय को आगे भी बरकरार रखना है। अब उनका अगला निशाना आगामी 30 नवंबर से 7 दिसंबर तक केरल में होने वाली नेशनल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल पर कब्जा करना है। अपनी इस जीत के लिए उन्होंने माता-पिता व भाई-बहन का आशीर्वाद और कोच की मेहनत को अहम बताया।
रिकार्ड पर रिकार्ड
16 वर्षीय सौरभ चौधरी ने 10 मीटर एयर पिस्टल में विश्व रिकार्ड बनाया है। साथ ही जर्मनी के सुहल में आईएसएसएफ जूनियर विश्र्व कप में एक नया जूनियर विश्र्व रिकॉर्ड स्थापित किया है। बाद में सौरभ ने 245.5 के स्कोर के साथ अपना खुद का विश्व रिकार्ड तोड़ दिया था। कुवैत में भी गोल्ड मेडल जीता है। अभी पुलिस भर्ती में सौरभ चौधरी के किस शहर से ताल्लुक रखते हैं, से संबंधित सवाल भी पूछा गया था। सौरभ की उपलब्धि पर पूरा गांव गदगद है।