स्विमिंग पूल खोलने को लेकर खेल मंत्रालय ने जारी की SOP, एक सत्र में 20 से ज्यादा तैराक नहीं ले पाएंगे हिस्सा
खेल मंत्रालय ने कंटेनमेंट जोन के बाहर स्विमिंग पूल खोलने को लेकर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) जारी कर दी है। इसके अनुसार ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल में एक विशेष सत्र के दौरान अधिकतम 20 तैराक प्रशिक्षण ले सकते हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। खेल मंत्रालय ने कंटेनमेंट जोन के बाहर स्विमिंग पूल खोलने को लेकर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) जारी कर दी है। इसके अनुसार ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल में एक विशेष सत्र के दौरान अधिकतम 20 तैराक प्रशिक्षण ले सकते हैं। इसके अलावा तैराकों को अनिवार्य स्व घोषणा करनी होगी, वहीं स्थानीय ट्रेनर्स को कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट देनी होगी। इसके बाद ही उन्हें परिसर में घुसने की इजाजत मिलेगी।
खेल मंत्रालय द्वारा जारी एसओपी के अनुसार 50 मीटर और 10 लेन के आकार वाले स्विमिंग पूल में 20 तैराक और 25 मीटर व आठ लेन वाले स्विमिंग पूल में 16 तैराक हिस्सा ले सकते हैं। खेल मंत्रालय ने शुक्रवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और गृह मंत्रालय के परामर्श के बाद स्विमिंग पूल में प्रशिक्षण की बहाली के लिए एसओपी जारी किया। एसओपी के अनुसार केंद्र के प्रमुख, कोच व प्रभारी की जिम्मेदारी है कि वे प्रशिक्षण प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन सुनिश्चित करें।
खिलाड़ियों और कर्मचारियों द्वारा परिसर में फिर से ट्रेनिंग शुरू करने से पहले संक्रमण-मुक्त स्थिति की जानकारी कोविड टास्क फोर्स के अधिकारियों को प्रदान करनी होगी। कोरोना वायरस के कारण देशभर में स्विमिंग पूल मार्च से बंद थे। अब इन्हें कंटेनमेंट जोन के बाहर के क्षेत्रों में 15 अक्टूबर से खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए फिर से खोलने की अनुमति दी गई हैं। खेल मंत्रालय द्वारा जारी एसओपी सभी भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और गैर-साइ केंद्रों पर लागू होता है, जहां खिलाड़ियों का प्रशिक्षण फिर से शुरू हो सकता है। बशर्ते कि स्थानीय अधिकारियों द्वारा इसे बंद रखने के लिए कोई आदेश जारी न हो। आवासीय प्रशिक्षुओं के लिए कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य है।
ट्रेनिंग के लिए केंद्र पर पहुंचने से 72 से 96 घंटे पहले की कोविड 19 नेगेटिव रिपोर्ट देने की आवश्यकता होगी। इसके बाद वे 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहेंगे। क्वारंटाइन के छठे या सातवें दिन एक बार फिर उनका कोरोना टेस्ट होगा। इसके बाद वे केवल क्वारंटाइन में रह रहे अन्य ट्रेनी से मिल सकते हैं। क्वारंटाइन की अवधि पूरी होने के बाद वे वहां मौजूद अन्य ट्रेनी से मिल सकते हैं।
एसओपी ट्रेनिंग सेंटर के कर्मचारियों के अलावा प्रतिस्पर्धी तैराकों, कोचों और सहायक कर्मचारियों पर लागू होता है। एथलीट के केंद्र में प्रवेश से पहले उससे संबंधित सभी व्यक्तिगत प्रशिक्षण उपकरणों को कीटाणुरहित किया जाएगा। कॉमन एरिया में खेल / प्रशिक्षण सुविधाओं का इस्तेमाल करने की अनुमति देने से पहले एथलीटों और कर्मचारियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। नए या वापस लौट रहे एथलीट्स का आरटी-पीसीआर टेस्ट होगा।
तैराकों को सभी प्रशिक्षण उपकरणों के उपयोग से पहले और बाद में हाथ धोने होंगे। आरोग्य सेतु ऐप का उपयोग भी अनिवार्य कर दिया गया है। अन्य दिशा-निर्देशों के बीच, केंद्रों के भीतर सभी ट्रेनी, कोचों और कर्मचारियों का मार्गदर्शन और निगरानी करने के लिए प्रत्येक प्रशिक्षण केंद्र में एक कोविड टास्क फोर्स का गठन करना होगा। टास्क फोर्स इस एसओपी से जुड़े प्रोटोकॉल के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार होगा।