Move to Jagran APP

मेरी अलमारी में ओलंपिक गोल्ड मेडल के लिए जगह खाली है : पीवी सिंधू

पीवी सिंधू ने कहा कि विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक ने रियो ओलंपिक को छोड़कर पिछले सभी फाइनल में हारने के जख्म को भर दिया।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 07:36 PM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2019 07:36 PM (IST)
मेरी अलमारी में ओलंपिक गोल्ड मेडल के लिए जगह खाली है : पीवी सिंधू

नई दिल्ली, प्रेट्र। शीर्ष भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने कहा कि विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक ने रियो ओलंपिक को छोड़कर पिछले सभी फाइनल में हारने के जख्म को भर दिया। उन्हें उम्मीद है कि अगले साल टोक्यो में वह इस कमी को भी पूरा कर लेंगी और इसके लिए उन्होंने ट्रॉफियों की अलमारी में एक जगह खाली रखी है।

loksabha election banner

ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधू ने कहा, 'यह (विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण) उन सभी शिकस्त की भरपाई है। लोग फाइनल में हारने के मेरे डर के बारे में बात करते रहे हैं कि फाइनल में मैं कैसे दबाव में आ जाती हूं। कह सकती हूं कि अब मैंने अपने रैकेट से जवाब दिया। ओलंपिक पूरी तरह से अलग है। रियो ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप ने मुझे अलग तरह की यादें दीं। हां, अभी एक स्वर्ण पदक और जीतना है। इसके लिए निश्चित रूप से मैं कड़ी मेहनत करूंगी और टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश करूंगी।'

भारतीय स्टार शटलर ने हसंते हुए कहा, 'उस स्वर्ण (ओलंपिक) के लिए मेरी अलमारी में एक स्थान खाली है। ओलंपिक क्वालीफिकेशन चल रहे हैं और इस जीत से आगे बढ़ने के लिए मेरा आत्मविश्वास बढ़ेगा। 2016 में (रियो) मेरा पहला ओलंपिक था और तब मुझे कोई ज्यादा नहीं जानता था। मैं खिलाडि़यों में से महज एक थी। रियो के बाद सब कुछ बदल गया और अब विश्व चैंपियनशिप के बाद हर कोई नई चीजों को सीखने की कोशिश करेगा। मुझे भी प्रत्येक टूर्नामेंट में नई चीजों को सीखना चाहिए क्योंकि प्रतिद्वंद्वियों के पास मेरे लिए भी कुछ तरह की रणनीति होगी।' अपनी विदेशी महिला कोच के बारे में उन्होंने कहा, 'मैं किम के साथ काम कर रही हूं। उन्होंने मुझमें कुछ बदलाव किए हैं और इससे मुझे मदद मिली। अब मुझे कुछ नई चीजें सीखनी हैं। मुझे नेट-प्ले पर काम करने की जरूरत है।'

विश्व रैंकिंग में पांचवें स्थान से सिंधू ने ओलंपिक क्वालीफिकेशन में अपना स्थान लगभग पक्का कर लिया। जब टोक्यो ओलंपिक का ड्रॉ होगा तो ऊंची रैंकिंग निश्चित रूप से उन्हें शीर्ष खिलाडि़यों से भिड़ंत से बचने में मदद करेगी। इस बारे में सिंधू ने कहा, 'रैंकिंग मायने रखती है क्योंकि ड्रॉ इसी पर निर्भर होगा, लेकिन मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचती क्योंकि अगर मैं अच्छा खेल सकती हूं तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। फिर अंत में आपको इन शीर्ष खिलाडि़यों को फिर से हराकर स्वर्ण हासिल करना होगा।'

सिरिल और सौरभ अगले दौर में, शुभंकर बाहर

हो ची मिन्ह सिटी (वियतनाम), प्रेट्र। भारत के सिरिल वर्मा ने तीन गेम तक चले पुरुष सिंगल्स के चुनौतीपूर्ण मुकाबले में मलेशिया के शीर्ष वरीय डेरेन लियु को हराकर उलटफेर किया और वियतनाम ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के तीसरे दौर में प्रवेश किया। विश्व रैंकिंग में 97वें स्थान पर काबिज सिरिल ने दुनिया के 22वें नंबर के खिलाड़ी लियु को 52 मिनट तक चले दूसरे दौर के मैच में 17-21, 21-19, 21-12 से शिकस्त दी। अब सिरिल का सामना चीनी क्वालीफायर लेई लान जि से होगा। पुरुष सिंगल्स के तीसरे दौर में एक और भारतीय ने जगह पक्की की। दूसरी वरीय सौरभ वर्मा ने जापान के कोडाई नारोका को 54 मिनट तक चले बेहद कड़े मुकाबले में 22-20, 22-20 से शिकस्त दी। तीसरी वरीय शुभंकर डे का सफर मलेशिया के गैर वरीय जिया वेई टान से सीधे गेम में 11-21, 17-21 से हारकर खत्म हो गया। अरुण जॉर्ज और संयम शुक्ला के चीनी ताइपे की शीर्ष वरीय जोड़ी से हारने के बाद पुरुष डबल्स स्पर्धा में भारतीय अभियान समाप्त हो गया। उन्हें लु चिंग याओ और यांग पो हान की जोड़ी से 13-21, 11-21 से हार मिली।

---------------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.