विनेश पोलैंड ओपन के फाइनल में पहुंचीं, साई ने ग्रीको रोमन के विदेशी कोच को बर्खास्त किया
विनेश को 2019 विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता एकातेरिना पोलेशचुक के खिलाफ अपने शुरुआती मुकाबले में 6-2 से जीत हासिल करने में संघर्ष करना पड़ा तो वही अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी एमी एन्न फेर्नसाइड को महज 75 सेकेंड में हरा दिया।
वारसॉ, पीटीआइ। भारतीय पहलवान विनेश फोगाट (53 किग्रा) ने शुक्रवार को यहां दो विपरीत जीत से पोलैंड ओपन के फाइनल में पहुंचने के साथ ही यह साबित किया कि टोक्यो ओलंपिक के लिए उनकी तैयारियां सही दिशा में आगे बढ़ रही है। विनेश को 2019 विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता एकातेरिना पोलेशचुक के खिलाफ अपने शुरुआती मुकाबले में 6-2 से जीत हासिल करने में संघर्ष करना पड़ा तो वही अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी एमी एन्न फेर्नसाइड को महज 75 सेकेंड में हरा दिया।
इस साल मार्च में मात्तेओ पेलिकोन और अप्रैल में एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाली 26 साल की यह पहलवान लगातार तीसरे टूर्नामेंट में एक और पीला पदक जीतने के करीब है। विनेश को शुरुआती दौर में पोलेशचुक की रक्षात्मक खेल से कड़ी चुनौती मिली। उन्होंने रूस की इस पहलवान के खिलाफ बायें पैर पर हमला करने की रणनीति अपनाई लेकिन, उनका दांव उलटा पड़ गया और पोलेशचुक ने 2-0 की बढ़त कायम कर ली।
विनेश ने दूसरे राउंड में प्रतिद्वंद्वी के दोनों पैरों पर हमला किया और स्कोर को 2-2 करने में सफल रही। पोलेशचुक ने इसके बाद तकनीकी गलती कर दी जिससे विनेश ने दो अंक और हासिल कर लिए। उन्होंने रूसी पहलवान को एक और बार पटखनी देकर 6-2 से मुकाबला अपने नाम कर लिया। अगले दौर में हालांकि उन्हें आसनी से जीत मिल गई। उन्होंने अमेरिकी पहलवान को महज 75 सेकेंड में हरा दिया। इससे पहले अंशु मलिक को बुखार के कारण 57 किग्रा से टूर्नामेंट से हटना पड़ा था।
साई ने ग्रीको रोमन के विदेशी कोच को बर्खास्त किया
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने जार्जिया के कुश्ती कोच टेमो कजाराशविली को प्रदर्शन नहीं दिखाने के लिए कार्य मुक्त कर दिया क्योंकि कोई भी ग्रीको रोमन पहलवान टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सका। सोनीपत में राष्ट्रीय शिविर में देश के ग्रीको रोमन पहलवानों को ट्रेनिंग देने के लिए फरवरी 2019 में टेमो को ओलंपिक तक नियुक्त किया गया था। वहीं, भारतीय कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने फैसले का बचाव किया।
उन्होंने कहा, 'हमने उन्हें विशेषकर ओलंपिक के लिए ही नियुक्त किया था लेकिन, कोई नतीजे नहीं मिले। उनका अनुबंध इस साल अगस्त तक था लेकिन, तब तक कोई राष्ट्रीय शिविर ही नहीं है तो वह अब क्या करते जब ध्यान टोक्यो ओलंपिक पर लगा हुआ है इसलिए हमने साई को बताया कि उनकी सेवाओं की जरूरत नहीं है।' तोमर ने कहा कि वे ओलंपिक के बाद नए विदेशी कोचों को नियुक्त करेंगे।