नीरज चोपड़ा बोले- भाला फेंक में कोई शार्टकट नहीं है
टोक्यो ओलिंपिक खेलों में देश को गोल्ड मेडल जिताने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने कहा है कि इस खेल में कोई शार्टकट नहीं है। अगर किसी को जल्दी सफलता पानी है तो वो इस खेल में न आए।
जागरण संवाददाता, पटियाला। नेताजी सुभाष नेशनल इंस्टीट्यूट आफ स्पोर्ट्स (एनआइएस) पहुंचे ओलिंपिक में स्वर्ण पदक विजेता व मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार पाने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने कहा कि भाला फेंक तकनीकी गेम है। इसमें शार्ट कट नहीं है इसलिए इस खेल में आने की इच्छा रखने वाले खिलाड़ी यह बात जेहन में लेकर चलें कि उन्हें तकनीक के साथ मेहनत करनी होगी, तभी सफलता मिलेगी।
नीरज चोपड़ा ने बताया, "मैंने 10 साल पहले भाला फेंकना शुरू किया था और कड़ी मेहनत के बाद अब सफलता का मुकाम मिला है।" एनआइएस में बुधवार को ओलिंपिक खिलाड़ियों के सम्मान में समारोह आयोजित किया गया। नीरज चोपड़ा अपने कोच डा. बार्टोनेस क्लोस के साथ मंच तक ढोल की थाप पर भंगड़ा करते हुए पहुंचे। नीरज ने कहा कि नए खिलाड़ियों को सलाह दी है कि वे किसी न किसी सीनियर कोच की देखरेख में ही तैयारी करें।
नेशनल हीरो नीरज चोपड़ा ने आगे कहा कि कम समय में सफलता पाने वाले खिलाड़ी इस खेल को न अपनाएं। आने वाले टूर्नामेंट की तैयारी के लिए कोच बदलने के सवाल पर नीरज ने कहा कि अब न तो आराम का समय है और न ही कोच बदलने का। मेरे कोच डा. बार्टोनेस क्लोस ही रहेंगे और उनसे कोचिंग कर आने वाले समय में अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा।
बता दें कि टोक्यो ओलिंपिक खेलों नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीता था और वे एथलेटिक्स में ओलिंपिक में देश को गोल्ड मेडल दिलाने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं। इसके अलावा वे देश के लिए इस बार के ओलिंपिक खेलों में भी स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। 87.58 मीटर भाला फेंककर नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।