साहसी एंडी मरे पहले ही दौर में हारे, अगले सप्ताह संन्यास को लेकर कर सकते हैं फैसला
टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले भावुक मरे ने चोट की समस्या से परेशान होने की वजह से इस साल को अपने टेनिस करियर का आखिरी साल बताया था।
मेलबर्न, एएफपी। साल के पहले ग्रैंडस्लैम टेनिस टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन में सोमवार को जुझारू एंडी मरे पहले ही दौर में हारकर को बाहर हो गए। मेलबर्न पार्क में पांच बार फाइनल खेलने वाले ब्रिटेन के मरे ने पहली बाधा को पार करने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया, लेकिन तीन बार के इस ग्रैंडस्लैम चैंपियन को स्पेन के रॉबर्टो बटिस्टा आगुट ने 6-4, 6-4, 6-7, 6-7, 6-2 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया। हालांकि, इस हार के बाद मरे अपने संन्यास को लेकर अगले हफ्ते कोई फैसला कर सकते हैं।
टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले भावुक मरे ने चोट की समस्या से परेशान होने की वजह से इस साल को अपने टेनिस करियर का आखिरी साल बताया था। 31 वर्षीय इस दिग्गज खिलाड़ी ने आशा जताई थी कि वह विंबलडन में अपने करियर को समाप्त करने के बारे में सोच रहे हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा था कि ऑस्ट्रेलियन ओपन उनका आखिरी टूर्नामेंट हो सकता है।
दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी मरे ने शुरुआती दो सेट हारने के बावजूद इस मुकाबले में शानदार वापसी की और मेलबर्न पार्क एरिना में बैठे दर्शकों ने भी उनका जमकर उत्साहवर्धन किया। पांच सेट तक चले इस मुकाबले के तीसरे और चौथे सेट में मरे ने टाईब्रेकर के जरिये अपने नाम किए, लेकिन बटिस्टा ने दो बार मरे की सर्विस को तोड़कर निर्णायक सेट में 5-1 की बढ़त हासिल कर ली। मरे ने आखिरी सर्विस लेने से पहले मेलबर्न पार्क में बैठे हजारों दर्शकों को अपने रैकेट से सैल्यूट किया।
'मैं इस मैच को देखने आने वाले सभी लोगों का बहुत-बहुत शुक्रिया अदा करता हूं। संभव है कि मैं फिर आपसे मिलूंगा। मैं इसके लिए हरसंभव प्रयास करूंगा। पिछले वर्षो में मैंने यहां खेलने का आनंद उठाया। यदि यह मेरा आखिरी मैच था तो मैं कहूंगा कि यह खत्म करने का बेहतरीन तरीका था। मैंने इस मैच में अपना सर्वस्व लगा दिया था।'
-एंडी मरे, टेनिस खिलाड़ी, ब्रिटेन
नडाल व फेडरर का विजयी आगाज
पूर्व चैंपियन स्पेनिश टेनिस स्टार राफेल नडाल ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के पहले दौर में बिना किसी परेशानी के स्थानीय स्टार जेम्स डकवर्थ को सीधे सेटों में 6-4, 6-3, 7-5 से हराकर पुरुष सिंगल्स के दूसरे दौर में प्रवेश किया। वहीं, अपने सातवें ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब की तलाश में स्विस स्टार रोजर फेडरर ने उज्बेकिस्तान के डेनिस स्टोमिन को सीधे सेटों में 6-3, 6-4, 6-4 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया।
दूसरी वरीयता प्राप्त नडाल को जांघ की चोट की वजह से ब्रिसबेन ओपन से हटना पड़ा था, लेकिन रॉड लेवर एरीना में अपने पहले दौर के मुकाबले में उन्होंने बिना किसी तकलीफ के आसान जीत हासिल की। 2009 में मेलबर्न पार्क में विजेता रहे 17 बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन नडाल और दुनिया के 238वें नंबर के 26 वर्षीय खिलाड़ी डकवर्थ के बीच यह पहली भिड़ंत थी। इस मुकाबले में डकवर्थ ने 40, जबकि नडाल ने महज 10 अप्रत्याशित गलतियां कीं। आधुनिक युग में नडाल चारों ग्रैंडस्लैम खिताब को दो-दो बार जीतने वाले पहले और ओवरऑल केवल तीसरे खिलाड़ी बनने के लिए प्रयासरत हैं।
उधर, पांचवीं वरीयता प्राप्त दक्षिण अफ्रीका के केविन एंडरसन भी एड्रियन मानारिनो को 6-3, 5-7, 6- 2, 6-1 से हराकर दूसरे दौर में पहुंच गए ।
शारापोवा और कर्बर की आसान जीत
महिला सिंगल्स में दूसरी वरीयता प्राप्त एंजेलिक कर्बर ने स्लोवेनिया की पोलोना हर्कोग को सीधे सेटों में 6-2, 6-2 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया। वहीं, 2008 की चैंपियन रूस की मारिया शारापोवा ने ब्रिटेन की हैरियट डार्ट को 6-0, 6-0 से एकतरफा मुकाबले में हरा दिया। इस आसान जीत के बाद शारापोवा बेहद भावुक नजर आईं। उन्होंने ग्रैंडस्लैम में डार्ट के पदार्पण को मायूसी में बदल दिया। पांचवीं वरीय अमेरिका की स्लोन स्टीफंस ने हमवतन ही टेलर टाउसेंड को 6-4, 6-2 से शिकस्त दी। जर्मनी की 14वीं वरीयता प्राप्त जूलिया जार्जेस और पूर्व फ्रेंच ओपन चैंपियन येलेना ओस्टापेंको पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गई। एक अन्य मुकाबले में मौजूदा चैंपियन डेनमार्क की कैरोलिना वोज्नियाकी ने बेल्जियम की एलिसन को 6-3, 6-4 से हराकर अपने खिताब की रक्षा करने के अभियान की शानदार शुरुआत की।
सीधे सेटों में हारे प्रजनेश
भारत प्रजनेश गुणेश्वरन का ग्रैंडस्लैम में पदार्पण निराशाजनक रहा और ऑस्ट्रेलियन ओपन के पहले ही दौर में वह सीधे सेटों में अमेरिका के फ्रांसिस टियाफो से हारकर बाहर हो गए। उन्हें टियाफो ने 7-6, 6-3, 6-3 से हराया। अब टियाफो दूसरे दौर में दक्षिण अफ्रीका के केविन एंडरसन से खेलेंगे। दुनिया के 39वें नंबर के अमेरिकी खिलाड़ी ने 106वीं रैंकिंग वाले भारतीय क्वालीफायर को एक घंटा 52 मिनट तक चले मुकाबले में मात दी। गुणेश्वरन ने पहले सेट में विरोधी खिलाड़ी को कड़ी टक्कर दी, जहां वह मुकाबले को टाईब्रेकर तक लेकर गए। दोनों खिलाडि़यों ने 12वें गेम तक अपनी सर्विस कायम रखी। टाईब्रेकर में टियाफो ने 9-7 से जीत दर्ज की। इसके बाद अगले दो सेट में गुणेश्वरन कुछ खास नहीं कर सके। महिला वर्ग में अंकिता रैना और करमन कौर थांडी क्वालीफायर में क्रमश: दूसरे और पहले दौर में ही हार गईं।