दो महीने से खिलाड़ियों ने नहीं किया अभ्यास, मांसपेशियां ढीली पड़ गई हैं- विजय शर्मा
राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा ने कहा लगभग दो महीने से अभ्यास बंद है। मांसपेशियां ढीली पड़ गई हैं। परिसर सील किया हुआ है।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से इस वक्त पूरी दुनिया में लगभग सारे काम रुके पड़े हैं। इस महामारी की वजह से ही खेलों के महाकुंभ ओलंपिक 2020 को भी स्थगित करना पड़ा। दुनिया के लगभग हर देश में इस वक्त लॉकडाउन की स्थिति है। भारत मे भी सरकार ने लॉकडाउन घोषित किया हुआ है। स्थिति सामान्य होने तक सबको घर पर रहते हुए लॉकडाउन का पालन करने की सलाह दी गई है।
भारत के राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा लॉकडाउन में खिलाड़ियों को प्रैक्टिस नहीं करने से काफी चिंतित हैं। वह खिलाड़ियों को वापस से प्रैक्टिस करते देखना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले लगभग दो महीने से वेटलिफ्टरों ने प्रैक्टिस नहीं की है जिसकी वजह से उनके शरीर की मांसपेशियां ढीली पड़ गई हैं।
राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा ने कहा, "लगभग दो महीने से अभ्यास बंद है। मांसपेशियां ढीली पड़ गई हैं। परिसर सील किया हुआ है। कोई अंदर नहीं आ सकता और कोई बाहर नहीं जा सकता है, इसलिए हम अभ्यास शुरू कर सकते हैं। हम प्रत्येक भारोत्तोलक के बीच आसानी से पांच मीटर की दूरी बनाए रख सकते हैं।"
भारोत्तोलकों ने मांगी अनुमति :
पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई चानू सहित देश के शीर्ष भारोत्तोलकों ने रिजिजू से जल्द से जल्द अभ्यास शुरू करने की अनुमति देने का आग्रह किया और कहा कि अभ्यास हॉल काफी बड़ा होने के कारण वहां शारीरिक दूरी सुनिश्चित की जा सकती है। रिजिजू ने पटियाला के राष्ट्रीय खेल संस्थान में रह रहे भारोत्तोलकों से वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बात की और उनसे अभ्यास शुरू करने को लेकर फीडबैक मांगा।
मीराबाई ने कहा, "हम सभी ने उनसे जितना जल्दी संभव हो सके अभ्यास शुरू करने की अनुमति देने का आग्रह किया क्योंकि हमें वजन उठाने का अभ्यास करने की सख्त जरूरत है। हम फिटनेस पर काम कर रहे हैं लेकिन भार उठाने का अभ्यास बहुत आवश्यक है।"
रिजिजू ने कहा, 'मैं समझता हूं कि आगामी ओलंपिक को देखते हुए हमारे भारोत्तोलकों को सक्रिय अभ्यास में वापसी करने की जरूरत है। मैंने खिलाडि़यों और मुख्य कोच से जो फीडबैक लिया उसका उपयोग भारोत्तोलकों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया का खाका तैयार करने में किया जाएगा।'