Coronavirus: पहलवान लभांशु शर्मा ने ईश्वर के नाम लिखा भावुक खत, खूब हो रही है चर्चा
Coronavirus को लेकर कुश्ती खिलाड़ी लभांशु शर्मा ने ईश्वर के नाम एक भावुक खत लिखा है जिसकी खूब चर्चा हो रही है।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) से आज भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया जूझ रही है। दुनिया भर के उद्योगपति, नेता, अभिनेता, डॉक्टर, शिक्षक सभी अपने-अपने तरीके से इससे निपटने की कोशिश में जुटे हैं। कोरोना वायरस पर सफलता हासिल करने की रफ्तार बहुत धीमी है, जिसके कारण ये महामारी काफी तेजी से फैल रही है। कई जगहों पर इससे निपटने के लिए भगवान से प्रार्थनाएं की जा रही हैं, लेकिन इसी बीच दुनियाभर में शांति स्थापित करने की दिशा में कार्यरत भारत के मशहूर कुश्ती खिलाड़ी लभांशु शर्मा का एक ओपन लेटर काफी सराहा जा रहा है।
दरअसल, विश्व शांति दूत कहे जाने वाली कुश्ती के खिलाड़ी लभांशु शर्मा ने 7.8 अरब मानव समुदाय की तरफ से ईश्वर को लिखे अपने खत के माध्यम से कोरोना वायरस से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की है। इस खत में उन्होंने ईश्वर से पूरे मानव जगत की तरफ से, शानदार संसाधनों से सम्पन्न पृथ्वी पर किये गए नुकसान से उत्पन्न हुए जलवायु संकट के लिए माफ़ी मांगी है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस पत्र में उन्होंने सम्पूर्ण मानव समुदाय की तरफ से ईश्वर को यह आश्वासन दिया है कि अब हम अपनी भूल सुधारेंगे और प्रकृति की रक्षा करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
ये है लभांशु शर्मा का लेटर
सेवा में,
सर्व शक्तिमान ईश्वर
विषय: कृपया हमें क्षमा करें और हमारी दुनिया की रक्षा करें
पूज्यनीय भगवान,
हम इस दुनिया के लोगों ने व्यक्तिगत लालच और अपनी मानवीय आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए धार्मिक मतभेदों और नस्लीय भेदभाव से लेकर जीव, जन्तुओं और वनस्पतियों को काफी नुकसान पहुंचाया है। हमारे द्वारा किये गए प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन की वजह से आज जलवायु संकट के साथ-साथ अब मानव मात्र के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। हम लालची मनुष्यों ने आपके द्वारा बनाये गए सुन्दर ग्रह पृथ्वी को नष्ट किया है इसके लिए हमें बेहद खेद है।
हम जानते हैं कि हमने आपको चोट पहुंचाई है क्योंकि आपने हमें नफरत फैलाने के और दूसरे जीवों को नुकसान पहुचाने के लिए धरती पर नहीं भेजा है। हमारे अंधे अभिमान में, हम मनुष्यों को विश्वास हो चला था कि हम सर्वोच्च हैं। अब, जैसा कि हम अपनी गलतियों पर आत्मनिरीक्षण करते हैं, हम समझते हैं कि आप हमें क्या सिखाने की कोशिश कर रहे हैं। हम अपनी गलती के लिए आपसे क्षमा चाहते हैं। हम वादा करते हैं कि इस बार हम अपने भीतर की मानवता को जगाएंगे और प्यार और बन्धुता के साथ काम करेंगे।
हमने इस जानलेवा वायरस के खिलाफ हर तरह की कोशिश की लेकिन कुछ भी काम नहीं आया। आप सर्वोच्च हैं और आपका प्रेम और आशीर्वाद ही हमें इस महामारी से बचा सकता है। हम ह्रदय की गहराइयों से प्रार्थना करते हैं कि आप हर किसी को (जो कोरोनोवायरस के कारण पीड़ित हैं ) ठीक करें और इस हमारे गृह पृथ्वी को इस घातक वायरस से मुक्ति दिलाएं ।
कृपया हमें क्षमा करें और इस महामारी से दुनिया को बचाएं।
आपका आभारी
एक असहाय मानव
कौन हैं लभांशु शर्मा
लभांशु शर्मा उत्तराखंड के ऋषिकेश के निवासी हैं। लभांशु भारतीय पहलवान और विश्व शांति कार्यकर्ता हैं, इन्होने विश्व शांति हेतू कई अभियानों की अगुवाई की है। गौरतलब है कि लभांशु एशियाई अंतरराष्ट्रीय खेलों में दो स्वर्ण पदक और इंडो नेपाल अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती टूर्नामेंट के विजेता रह चुके हैं। इन्हें 2015 में राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका हैं।