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विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में श्रीकांत और लक्ष्य ने पक्के किए पदक, पीवी सिंधू को मिली हार

किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन ने दबदबे भरा प्रदर्शन करते हुए पुरुष सिंगल्स के सेमीफाइनल में प्रवेश कर बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में देश के लिए दो पदक पक्के किए तो वहीं पीवी सिंधू हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गईं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 17 Dec 2021 08:14 PM (IST)Updated: Fri, 17 Dec 2021 08:14 PM (IST)
भारतीय महिला बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू (एपी फोटो)

हुएल्वा, प्रेट्र। भारतीय खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन ने दबदबे भरा प्रदर्शन करते हुए पुरुष सिंगल्स के सेमीफाइनल में प्रवेश कर बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में देश के लिए दो पदक पक्के किए, लेकिन गत चैंपियन पीवी सिंधू शुक्रवार को क्वार्टर फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग से सीधे गेम में हार गईं।

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पूर्व नंबर एक और 12वीं वरीय श्रीकांत ने नीदरलैंड्स के मार्क कालजोऊ पर क्वार्टर फाइनल में महज 26 मिनट में 21-8, 21-7 से जीत हासिल की। एक अन्य क्वार्टर फाइनल में गैरवरीय लक्ष्य ने चीन के जुन पेंग झाओ को एक घंटे सात मिनट तक में 21-15, 15-21, 22-20 से हराया। श्रीकांत का शनिवार को सेमीफाइनल में सामना हमवतन लक्ष्य से होगा, जिससे भारत के लिए इस टूर्नामेंट में एक रजत पदक भी पक्का हो गया है।

दुनिया के 14वें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत पहले गेम में 11-5 से बढ़त बनाए थे और ब्रेक के बाद उन्होंने 14-8 की बढ़त बनाकर लगातार सात अंक हासिल कर गेम जीत लिया। दूसरा गेम भी कुछ अलग नहीं था जिसमें श्रीकांत ने अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरी तरह से पस्त कर दिया। उन्होंने 4-3 के स्कोर के बाद लगातार सात अंक हासिल किए। फिर 17-7 के बाद उन्होंने लगातार चार अंक जीतकर मैच अपने नाम कर लिया।

महिला सिंगल्स में शीर्ष वरीय ताइ जू ने क्वार्टर फाइनल 42 मिनट में 21-17, 21-13 से जीतकर सिंधू का खिताब बरकरार रखने का सपना तोड़ दिया। दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने 2019 में यह खिताब जीता था और 2020 में कोरोना महामारी के कारण टूर्नामेंट हुआ नहीं था। सिंधू ने मैच के दौरान कई सहज गलतियां कीं। वह दूसरे गेम में बराबरी तक पहुंची थीं, लेकिन बाद में हार गई। ताइ जू ने इस तरह 2019 विश्व चैंपियनशिप में इसी चरण में सिंधू से मिली हार का बदला भी चुकता किया।

पहले गेम में दोनों शुरू में 2-2 की बराबरी पर थीं, लेकिन ताइ जु ने तेजी से 11-6 की बढ़त हासिल कर ली। सिंधू ने ब्रेक के बाद कुछ शानदार क्रास कोर्ट स्मैश से इस अंतर को 16-18 से 17-19 कर दिया, लेकिन यह भारतीय लय बरकरार नहीं रख सकी और दो बार वाइड शाट लगाने से पहला गेम 17 मिनट में गंवा बैठीं। दूसरा गेम करीबी रहा, लेकिन फिर ताइ जु ने सिंधू की एक गलती से ब्रेक तक 11-8 की बढ़त हासिल कर ली थी। ताइ जु ने अगला अंक अपने नाम किया। फिर सिंधू ने एक क्रास कोर्ट स्मैश लगाकर स्कोर 11-12 कर दिया।

चीनी ताइपे की खिलाड़ी ने वाइड शाट फेंका, जिससे स्कोर 12-12 हो गया। ताइ जु ने अगले तीन अंक अपने खाते में डाले, लेकिन फिर नेट पर हिट कर बैठीं। एक असफल लाइन काल चुनौती के बाद सिंधू 13-16 से पिछड़ रही थीं। भारतीय खिलाड़ी ने अगले दो शाट नेट में हिट किए और अपनी प्रतिद्वंद्वी के ड्राप शाट तक नहीं पहुंच सकीं, जिससे वह 13-18 से पांच अंक से पिछड़ गईं। सिंधू ने असहज गलती करना जारी रखा, उन्होंने पहले शाट वाइड फेंका और ताइ जु के स्मैश को चूककर मैच गंवा बैठीं।

विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत के अब तक के पदक

-साल, खिलाडी, स्पर्धा, पदक

2019, पीवी सिंधू, महिला सिंगल्स, स्वर्ण

2015, साइना नेहवाल, महिला सिंगल्स, रजत

2017, पीवी सिंधू, महिला सिंगल्स, रजत

2018, पीवी सिंधू, महिला सिंगल्स, रजत

1983, प्रकाश पादुकोण, पुरुष सिंगल्स, कांस्य

2011, ज्वाला गट्टा-अश्विनी पोनप्पा, महिला डबल्स, कांस्य

2013, पीवी सिंधू, महिला सिंगल्स, कांस्य

2014, पीवी सिंधू, महिला सिंगल्स, कांस्य

2017, साइना नेहवाल, महिला सिंगल्स, कांस्य

2019, बी साई प्रणीत, पुरुष सिंगल्स, कांस्य


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