एशियन गेम्स की मेजबानी से पहले इंडोनेशिया आतंकी हमलों और ट्रैफिक जाम से परेशान
आयोजकों का कहना है कि सारी तैयारियों के बावजूद यहां आतंकी हमले और कभी नहीं खत्म होने वाले ट्रैफिक जाम जैसी परेशानियां बरकरार रह सकती हैं।
जकार्ता, एएफपी। इंडोनेशिया में 18 अगस्त से दो सिंतबर के दौरान होने वाले एशियन गेम्स की मेजबानी के लिए आयोजन स्थल गेम्स से पहले तैयार हो जाएंगे, लेकिन आयोजकों का कहना है कि सारी तैयारियों के बावजूद यहां आतंकी हमले और कभी नहीं खत्म होने वाले ट्रैफिक जाम जैसी परेशानियां बरकरार रह सकती हैं।मजदूरों की एक पूरी सेना इमारतों का काम खत्म करने, सड़कों को चौड़ा करने और जकार्ता को सुंदर बनाने के लिए पौधे रोपने के काम में दिन-रात जुटी हुई है। खेल गांव तैयार नजर आता है, लेकिन कुछ प्रतियोगियों को यहां नाक ढकने के लिए रुमाल की जरूरत पड़ सकती है, क्योंकि इसके पीछे जहरीली और गंदी बदबू वाली नदी है।
जकार्ता और पालेमबंग 45 एशियाई देशों के 11000 एथलीटों और 5000 अधिकारियों की ओलंपिक के बाद दूसरे सबसे बड़े खेल आयोजन की मेजबानी करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, स्क्वॉश काम्प्लेक्स अभी भी पूरा नहीं हुआ है, जबकि ज्यादातर आयोजन स्थलों का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है। इंटर मिलान फुटबॉल क्लब के चेयरमैन, मीडिया टायकून और मुख्य आयोजक एरिक थोहिर ने पिछले हफ्ते कहा था, 'मुझे लगता है कि सभी आयोजन स्थलों का 95 प्रतिशत काम जुलाई के अंत तक पूरा कर लिया जाना चाहिए।'
इंडोनेशिया को अन्य मेजबान देशों की तुलना में तैयारी के लिए कम समय मिला, क्योंकि वियतनाम ने जब तैयारी और भारी वित्तीय बोझ की चिंता जताते हुए एशियन गेम्स की मेजबानी करने पर असहमति जताते हुए अपने हाथ खींचे तो उसके बाद इंडोनेशिया को मेजबानी मिली। इंडोनेशिया में जो सबसे बड़ी समस्या है वह ट्रैफिक जाम है। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता अपने खराब ट्रैफिक जाम के लिए बदनाम है और इस वजह से खिलाडि़यों को आयोजन स्थलों तक पहुंचने में देर हो सकती है। इस परेशानी से निपटने के लिए इंडोनेशिया में कई कदम उठाए जा रहे हैं। ट्रैफिक जाम से बचने के लिए एशियन गेम्स के दौरान खिलाड़ी और अधिकारी निर्धारित लेन पर ही सफर करेंगे। साथ ही जाम की समस्या से निपटने के लिए एशियन गेम्स के दौरान वहां ऑड-ईवन लाइसेंस प्लेट सिस्टम भी लागू किया जाएगा। इसके अलावा गेम्स के दौरान वहां स्कूलों को भी बंद रखा जाएगा, ताकि सड़कों पर दबाव कम हो।
एशियन गेम्स के दौरान इंडोनेशिया की सबसे बड़ी चिंता सुरक्षा होगी। हाल में ही इंडोनेशिया के सुराबाया में अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ था। आतंकी हमलों के खतरे के चलते 100000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। इंडोनेशिया के नेशनल डिप्टी पुलिस चीफ सैयाफरुद्दीन का कहना है कि सुरक्षा की सारी तैयारियों हो चुकी हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि एशियन गेम्स के दौरान उनके लिए सबसे जरूरी मुद्दा भी सुरक्षा ही है।