कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले लौटेंगे भारतीय मुक्केबाजी टीम के कोच
भारतीय मुक्केबाजी टीम के मुख्य कोच एसआर सिंह और शिव सिंह चार से 15 अप्रैल के बीच गोल्ड कोस्ट में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले ही स्वदेश लौटेंगे।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय मुक्केबाजी टीम के मुख्य कोच एसआर सिंह और शिव सिंह चार से 15 अप्रैल के बीच गोल्ड कोस्ट में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले ही स्वदेश लौटेंगे।
पुरुषों के मुख्य कोच एसआर सिंह और महिलाओं के मुख्य कोच शिव सिंह मुक्केबाजों के12 सदस्यीय कॉमनवेल्थ दल के साथ रविवार को ऑस्ट्रेलिया रवाना हो रहे हैं, लेकिन दोनों वहां केवल एक सप्ताह के लिए कैनबरा के ऑस्ट्रेलियाई खेल संस्थान के प्रशिक्षण शिविर तक रहेंगे। प्रशिक्षण के बाद दोनों कोच भारत लौटेंगे और उनकी जगह सहायक कोच जिम्मेदारी संभालेंगे।
इसके अलावा हाइ परफॉर्मेंस डायरेक्टर सैंटिआगो निएवा और महिला टीम के हाइ परफॉर्मेंस मैनेजर राफेल बर्गामास्को मुख्य कोच की भूमिका निभाएंगे। माना जा रहा है कि भारतीय कोचों को गेम्स से पहले बुलाया जाना सही नहीं है। भारत के पूर्व कोच गुरबक्श सिंह संधू, जो पहले महिला और पुरुष दोनों टीमों के कोच रह चुके हैं, कॉमनवेल्थ गेम्स और ओलंपिक में नियमित सदस्य के तौर पर टीम के साथ रुकते थे।
भारतीय मुक्केबाजी संगठन के कार्यकारी निदेशक आरके सचेती ने कहा, 'दोनों कोचों को वापस बुलाने का फैसला मजबूरी में लिया गया है। भारत के 21 सदस्यीय दल में 12 मुक्केबाज, पांच कोच, दो फिजियो और एक वीडियो विश्लेषक है। कॉमनवेल्थ गेम्स संघ के नियमों के अनुसार, सपोर्ट स्टाफ का आकार एथलीटों के एक तिहाई से ज्यादा नहीं हो सकता। विदेशी कोचों का वहां रहना जरूरी है, इसलिए किसी को तो वहां से बुलाना ही पड़ता। फिर भी मैं इसे बड़ा मुद्दा इसलिए नहीं मानता क्योंकि खिलाडिय़ों और विदेशी कोचों के बीच संवाद बनाए रखने के लिए सहायक कोच वहां मौजूद रहेंगे।
बीएफआइ अध्यक्ष को ज्यादा पदकों का भरोसा
भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआइ) के अध्यक्ष अजय सिंह को भरोसा है कि कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल होने जा रहा मुक्केबाजों का दल इस साल देश को ज्यादा पदक दिलाएगा। उन्होंने कहा, 'हम अपने मुक्केबाजों को सिर्फ यह एहसास दिलाना चाहते हैं कि उनके पीछे एक अरब, तीस करोड़ लोगों की उम्मीदें हैं और जो उनकी जीत की दुआ कर रहे हैं।