डोपिंग के कारण टोक्यो में जा पाएंगे कम भारतीय भारोत्तोलक
भारत टोक्यो ओलंपिक में सिर्फ चार ही खिलाडि़यों को भेज सकता है, जिसमें दो पुरुष और दो महिलाएं शामिल होंगी।
लंदन, रायटर। गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में पांच स्वर्ण समेत कुल नौ पदक जीतकर यादगार प्रदर्शन करने वाले भारतीय भारोत्तोलकों के 2020 टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने के सपनों को करारा झटका लगा है। भारत टोक्यो ओलंपिक में सिर्फ चार ही खिलाडि़यों को भेज सकता है, जिसमें दो पुरुष और दो महिलाएं शामिल होंगी। अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन संघ ने यह फैसला खराब डोप रिकॉर्ड को देखते हुए किया है।
दरअसल, नए नियमों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय संघ ने 2008 से 2020 तक 20 या उससे ज्यादा डोप में फंसने वाले देशों को करारा झटका देते हुए टोक्यो ओलंपिक में भेजने वाले भारोत्तोलकों की संख्या घटा दी है। 20 या उससे ज्यादा डोप में फंसने वाले देशों में रूस, कजाखिस्तान, अजरबेजान, अरमेनिया, बेलारूस शामिल हैं। ये पांचों देश सिर्फ दो ही भारोत्तोलकों को टोक्यो ओलंपिक में भेज पाएंगे, जिसमें एक पुरुष और एक महिला शामिल हैं।
इसके अलावा 10 से 19 बार डोप में फंसने वाले देश सिर्फ चार भारोत्तोलकों को भेज पाएंगे, जिसमें दो महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। इसमें बुल्गारिया, ईरान और भारत शामिल होंगे। तीनों ही देश 10 से 19 बार के बीच डोप में फंसे हैं। वहीं, अगर इन दोनों वर्ग में 2020 ओलंपिक तक डोप केस बढ़ते हैं तो इन देशों को ओलंपिक में भाग लेने से प्रतिबंधित भी कर दिया जा सकता है। वहीं, 10 से कम बार डोप में फंसने वाले देशों को फायदा हुआ है, जो कुल आठ भारोत्तोलकों को भेज सकते हैं।
इस नई पॉलिसी को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ ने अनुमति दे दी है और इसका कई देशों ने स्वागत किया है। अमेरिका भारोत्तोलन संघ के प्रमुख फिल एंड्रयू ने इस कदम की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि साफ सुथरे खेल के लिए यह पॉलिसी कारगर है। जर्मनी के अध्या क्रिस्टियन बॉमगार्टनर ने कहा कि डोप के मामले बेहद बढ़ गए थे, जिससे खेल को नुकसान हो रहा था, ऐसे में यह नियम बेहद फायदेमंद होगा। रूस, कजाखिस्तान, अजरबेजान, बेलारूस और अरमेनिया देश 2008 से 130 बार से ज्यादा डोप में फंसे है।
10 से 19 बार के वर्ग में यूक्रेन, मोल्डोवा और तुर्की भी शामिल हैं। जबकि चीन सात बार फंसकर इस वर्ग से बच गया है। 10 से ज्यादा बार में इसके जल्द ही थाईलैंड भी शामिल हो सकता है, जिसका एक केस का फैसला आना है और उसके 10 डोप केस हो जाएंगे। अगर किसी देश के 2020 ओलंपिक तक तीन डोप पॉजीटिव पाए जाते हैं, तो यह देश ओलंपिक खेलने से प्रतिबंधित हो जाएगा।