हर स्तर पर लागू हो फिट इंडिया अभियान : मानसी जोशी
मानसी जोशी मानती हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए गए फिट इंडिया अभियान को हर स्तर पर लागू करने की जरूरत है।
हाल ही में स्विट्जरलैंड के बासेल में हुई पैरा बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली मानसी जोशी मानती हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए गए फिट इंडिया अभियान को हर स्तर पर लागू करने की जरूरत है। इसे हर एक सोसायटी में लांच करके इस पर काम किया जाना चाहिए। उनका कहना है कि आजकल के युवा तो फिटनेस को काफी महत्व देते हैं, लेकिन जिन लोगों को नौकरी या दूसरी वजह से खुद को फिट रखना थोड़ा मुश्किल होता है, सरकार की यह पहल खासकर उन्हीं लोगों के लिए है, ताकि वे भी अपने को फिट रख सकें।
-पैरा एथलीट के लिए फिट रहना कितना जरूरी है?
--पैरा एथलीट ही नहीं, बल्कि मैं कहूंगी कि किसी भी दिव्यांग व्यक्ति को खुद को फिट रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि हमारे लिए आम व्यक्ति की तरह चलना-फिरना या दूसरे काम करना बंद हो जाता है। इसको आप इस तरह से समझ सकते हैं कि हमें एक मंजिल भी आना-जाना हो तो हम लिफ्ट ले लेते हैं। एक-दो किलोमीटर जाने के लिए भी ऑटो या टैक्सी ले लेते हैं। इस तरह हमारी शारीरिक मेहनत नहीं हो पाती। इसलिए हमारे पास खुद को फिट रखने की वजह कुछ ज्यादा हो जाती हैं।
-डाइट कैसी लेती हैं?
-मेरी डाइट सामान्य ही होती है, जिसमें रोटी, सब्जी, दाल, थोड़े से चावल, सलाद, दही शामिल होते हैं। तैलीय, मसालेदार खाने और जंक फूड व कोल्ड ड्रिंक से मैं दूर रहती हूं। मैं चीनी का प्रयोग बिलकुल ना के बराबर ही करती हूं। मैं दूध और उससे बनी चीजों का भी प्रयोग करती हूं।
-आपका फिटनेस शेड्यूल क्या है?
--मेरा तो पूरा जीवन ही फिटनेस को समर्पित है। मेरे फिटनेस ट्रेनर मेरा फिटनेस चार्ट बनाते हैं और मैं उसी का पालन करती हूं। इसमें हमारी ऑन कोर्ट ट्रेनिंग, ऑफ कोर्ट ट्रेनिंग और जिम ट्रेनिंग शामिल होती है। ऑन कोर्ट ट्रेनिंग में हमारा स्किल डेवलपमेंट किया जाता है। ऑफ कोर्ट ट्रेनिंग में हमारी फिजिकल हेल्थ पर काम होता है। इसके अलावा में हर रविवार को योग और मेडिटेशन करती हूं।
मानसी के फिटनेस मंत्र
- सामान्य भोजन करना
-तैलीय और मसालेदार खाने से दूर रहना
-नियमित रूप से एक्सरसाइज करना
-खूब पानी पीना
-कोल्ड ड्रिंक और जंक फूड से बचना
-नियमित रूप से दूध पीना
-खेलने के लिए प्रेरित करें
--आजकल के बच्चे मोबाइल और कंप्यूटर में ज्यादा वक्त बिताते हैं। मैं उनसे कहना चाहूंगी कि मोबाइल और कंप्यूटर गलत नहीं हैं, लेकिन वे खेलने के लिए इनका प्रयोग नहीं करें। टीम या व्यक्तिगत खेल खेलें, जो उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रखने में मदद करेंगें। मैं आजकल के अभिभावकों से भी कहना चाहूंगी कि वे अपने बच्चों को खेलने के लिए प्रेरित करें। सभी लोगों को खुद को फिट रखने के लिए कोई ना कोई खेल जरूर खेलना चाहिए। खेल आपको ना सिर्फ फिट रखेगा, बल्कि आपके सामाजिक जीवन का स्तर भी बेहतर होगा। आप समाज के लिए भी कुछ कर सकेंगे।