तीरंदाजी विश्व कप में पहला स्वर्ण जीतने के इरादे से उतरेंगी दीपिका कुमारी
रांची की 23 वर्षीय दीपिका ने अपना अंतिम विश्व कप पदक रियो ओलंपिक से पहले अंताल्या विश्व कप 2016 में रजत के रूप में जीता था
रोम, प्रेट्र। चार बार की रनर अप दीपिका कुमारी जब शनिवार से यहां शुरू हो रहे तीरंदाजी विश्व कप फाइनल में उतरेंगी तो उनकी नजर अपना पहला स्वर्ण पदक जीतने पर होगी। विश्व कप के चार चरणों में से शीर्ष वरीय सात तीरंदाजों के अलावा मेजबान देश की एक तीरंदाज के बीच दो दिवसीय स्पर्धा में सत्र की सर्वश्रेष्ठ तीरंदाज का फैसला होगा।
शुरुआती दिन कंपाउंड वर्ग की स्पर्धाएं होंगी, जिसमें कोई भी भारतीय दौड़ में नहीं है, जबकि दीपिका का पहले दौर (क्वार्टर फाइनल) का मुकाबला रविवार को दोपहर दो बजकर 44 मिनट पर होगा। दीपिका को पहले ही दौर में कड़ी चुनौती के रूप में रियो ओलंपिक में भाग लेने वाली या-टिंग टान का सामना करना होगा। चीनी ताइपे की इस 23 वर्षीय खिलाड़ी ने 2016 में टीम स्पर्धा का कांस्य पदक जीता था और व्यक्तिगत स्पर्धा में प्रीक्वार्टर फाइनल में इस भारतीय तीरंदाज को बाहर का रास्ता दिखाया था।
रांची की 23 वर्षीय दीपिका ने अपना अंतिम विश्व कप पदक रियो ओलंपिक से पहले अंताल्या विश्व कप 2016 में रजत के रूप में जीता था। छठी वरीय दीपिका इस टूर्नामेंट में टान, कोरिया की दो खिलाड़ी चांग हये जिन (शीर्ष वरीय) और मौजूदा व पूर्व ओलंपिक चैंपियन की बो बाए के सामने छुपे रुस्तम के तौर पर शुरुआत करेंगी। डोला बनर्जी एकमात्र भारतीय तीरंदाज हैं, जिन्होंने विश्व कप फाइनल जीता है। उन्होंने यह उपलब्धि दुबई में 2007 में हासिल की थी।