टोक्यो ओलंपिक में सभीभारतीय निशानेबाज पदक के दावेदार : पावेल स्मिरनोव
पावेल स्मिरनोव ने कहा प्रत्येक निशानेबाज पोडियम पर जगह बना सकता है और वर्षो से मैंने भारतीय निशानेबाजी को देखा है। अपने दिन वे शीर्ष स्तर पर पदक जीत सकते हैं। स्वर्ण पदक भी। मुझे इस टीम से काफी उम्मीदें हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय पिस्टल टीम के लंबे समय से चले आ रहे विदेशी कोच पावेल स्मिरनोव का मानना है कि टोक्यो ओलंपिक में उनके एक या दो या तीन नहीं बल्कि सभी निशानेबाज स्वर्ण पदक सहित अन्य पदक जीतने में सक्षम हैं।
स्मिरनोव ने कहा, 'प्रत्येक निशानेबाज पोडियम पर जगह बना सकता है और वर्षो से मैंने भारतीय निशानेबाजी को देखा है। अपने दिन वे शीर्ष स्तर पर पदक जीत सकते हैं। स्वर्ण पदक भी। मुझे इस टीम से काफी उम्मीदें हैं। वे अच्छा प्रदर्शन करने में हकदार हैं क्योंकि उन्होंने काफी बलिदान दिए हैं, कम उम्र में परिपक्वता दिखाई है और पिछले चार साल में बेहद कड़ी मेहनत की है। हमारे लिए खेलों में काफी अच्छे नतीजे हासिल नहीं कर पाने का कोई कारण नहीं है।'
हाल के वर्षो में भारतीय निशानेबाजों ने शानदार सफलता हासिल की है और ऐसे में आगामी ओलंपिक में भारतीय निशानेबाजों से काफी उम्मीदें रहेंगी विशेषकर बेहद प्रतिभाशाली युवा पिस्टल निशानेबाजों से जिसमें सौरभ चौधरी और मनु भाकर शामिल हैं। स्मिरनोव राष्ट्रीय निशानेबाजी टीम के साथ क्रोएशिया की राजधानी जगरेब में भारतीय निशानेबाजों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। टोक्यो ओलंपिक 23 जुलाई से आठ अगस्त तक खेले जाएंगे और भारतीय
ओलंपिक टीम में चयन के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत : लिलिमा मिंज
बेंगलुरु , प्रेट्र। भारतीय महिला हॉकी टीम की अनुभवी मिडफील्डर लिलिमा मिंज ने गुरुवार को कहा कि कई युवा प्रतिभाओं के सामने आने से टीम में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है और उन्हें लगातार दूसरे ओलंपिक खेलों में जगह बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
लिलिमा ने कहा, 'इस राष्ट्रीय शिविर में कई युवा खिलाड़ी हैं जिनके कारण टीम में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पैदा हुई है। अंतिम टीम में जगह बनाने के लिए अच्छी प्रतिस्पर्धा है और यदि मुझे टीम में जगह सुरक्षित करनी है तो कड़ी मेहनत करनी होगी और खुद को साबित करना होगा। ओलंपिक में खेलना प्रत्येक खिलाड़ी का सपना होता है और मैं जानती हूं कि हमारी सभी खिलाड़ी ऐसा कर रही हैं।'
भारतीय मध्यपंक्ति की प्रमुख खिलाड़ी लिलिमा ने 2016 रियो ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया था। तब भारतीय महिला टीम ने 36 वर्षो बाद इन खेलों के लिये क्वालीफाई किया था। इसके बाद से लिलिमा टीम की नियमित सदस्य हैं और अब तक भारत की तरफ से 133 मैच खेल चुकी हैं।
टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतना विशेष होगा : कृष्ण नागर
नई दिल्ली, प्रेट्र। चोटी के पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी कृष्ण नागर को टोक्यो 2020 पैरालंपिक के लिये क्वालीफाई करने पर गर्व है और वह 24 अगस्त से पांच सितंबर के बीच होने वाले खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर इसे यादगार बनाना चाहते हैं। नागर ने कहा, 'यह मेरे लिए गौरवशाली क्षण है कि मैं तब पैरालंपिक खेलों का हिस्सा बनूंगा जबकि पैरा बैडमिंटन इसमें पदार्पण करेगा। मैं स्वर्ण पदक जीतकर इसे यादगार बनाने की कोशिश करूंगा। मेरा एकमात्र लक्ष्य पहला स्थान हासिल करना है।'
नागर (एसएच 6) के अलावा प्रमोद भगत (एसएल 3) और तरुण ढिल्लौं (एसएल 4) को टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भाग लेने के लिए विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) से आधिकारिक न्योता मिला है। इन तीनों खिलाडि़यों ने बीडब्ल्यूएफ की वर्तमान विश्व रैंकिंग के आधार पर टोक्यो पैरालंपिक में जगह बनाई। एसएल 3 निचले अंगों की सामान्य दुर्बलता तो एसएल 4 निचले अंगों की गंभीर दुर्बलता को दर्शाता है। एसएच 6 छोटे कद के संदर्भ में उपयोग किया जाता है।