20 साल की भारतीय बॉक्सर का निधन, प्रैक्टिस के दौरान हो गई थी बेहोश...
उन्हें बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन इससे पहले डॉक्टर इलाज शुरू करते ज्योति प्रधान को दिल का दौरा पड़ गया और उनका निधन हो गया।
कोलकाता, जेएनएन। राष्ट्रीय चैंपियनशिप में बंगाल का प्रतिनिधित्व कर चुकी 20 साल की मुक्केबाज का बुधवार को अभ्यास के दौरान निधन हो गया। उन्हें बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन इससे पहले डॉक्टर इलाज शुरू करते ज्योति प्रधान को दिल का दौरा पड़ गया और उनका निधन हो गया। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। ज्योति जिस क्लब में अभ्यास कर रही थीं, WBABF यानि पश्चिम बंगाल ऐमचुर मुक्केबाजी महासंघ ने भी इस घटना की एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
मौके पर मौजूद क्लब के सदस्यों के अनुसार, प्रधान ने पहले रिंग में एक साथी के साथ प्रैक्टिस की और उसके बाद वह पंचिंग बैग के साथ प्रैक्टिस कर रही थीं। वह लगभग 4.30 बजे अचानक गिर गईं। जब ट्रेनर्स उन्हें होश में नहीं ला सके तो उन्हें फौरन एसएसकेएम अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने कहा कि जब उन्हें अस्पताल लाया गया उस वक्त उनकी सांसे चल रही थीं । फिर वे उन्हें एमरजेंसी वॉर्ड में ले गए लेकिन इलाज शुरू करने से पहले ही उन्हें कार्डियक अरेस्ट हो गया।
राज्य मंत्री सोवनदब चट्टोपाध्याय, जो कॉलेज के दिनों में खुद मुक्कबाज रह चुके हैं, ने कहा, यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण और विचित्र थी। उन्होंने इससे पहले पंचिंग बैग से प्रैक्टिस करते हुए किसी भी मौत के बारे में नहीं सुना था। उन्होंने कहा, पार्टनर के साथ प्रैक्टिस के दौरान आप घायल हो सकते हैं लेकिन एक बैग के साथ, ऐसा कभी नहीं हुआ।
कई बॉक्सर्स ने भी इस घटना पर हैरानी जताई है। WBABF के सचिव ने कहा, " प्रधान बहुत ही होनहार मुक्केबाज थीं। उनमें भारत के लिए खेलने की क्षमता थी।
प्रधान कोलकाता के जोगेश चंद्र लॉ कॉलेज की छात्रा थीं और वह किडरपोर के भुकैलाश रोड पर रहती थीं। वह फिट थीं और रिंग में चुस्त भी। स्कूली दिनों से ही प्रधान ने बॉक्सिंग जगत में अपना नाम बना लिया था। उन्होंने स्कूल के दौरान भी नेशनल में भाग लिया था। इसके बाद वह सीनियर स्तर पर पहुंच गई थीं और 2018 में 60 किलो वर्ग में रोहतक में राज्य का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने छह महीने पहले ऑल इंडिया बॉक्सिंग क्लासिक में भी पदक जीते थे।