पानी-पानी हुआ ओडिशा, आज भी भारी बारिश की आशंका
ओडिशा के समुद्रतटीय तटीय इलाकों सहित कई जिलों में मूसलाधार बारिश होती रही। कई नदियों का जलस्तर बढ़ जाने से बाढ़ की स्थिति बन गई।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के चलते शनिवार को दिनभर ओडिशा के समुद्रतटीय तटीय इलाकों सहित कई जिलों में मूसलाधार बारिश होती रही। कई नदियों का जलस्तर बढ़ जाने से बाढ़ की स्थिति बन गई। वहीं, मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि रविवार को राज्य में भीषण बारिश की आशंका है। इसे देखते हुए सरकार ने सभी जिलाधीशों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
सरकार ने यह कदम भुवनेश्वर क्षेत्रीय मौसम विभाग के निदेशक एचआर विश्वास का पत्र मिलने के बाद उठाया है। राज्य के विशेष राहत आयुक्त विष्णु का सेठी ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के चलते बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गजपति, मलकानगिरि, कोरापुट व कंधमाल आदि जिलों में भारी बारिश होने की आशंका जताई है।
सभी कर्मचारियों को जिला मुख्यालय में उपस्थित रहने को कहा गया है। साथ ही, जिला स्तर पर 24 घंटे कंट्रोल रूम खोलने का भी निर्देश दिया गया है। मौसम विभाग ने साफ किया है कि इस दौरान समुद्र अशांत रहेगा। ऐसे में मछुआरे समुद्र के अंदर ना जाए।शनिवार को राजधानी भुवनेश्वर, कटक, पुरी समेत पूरे राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
जगह-जगह लोग बारिश के पानी में फंसे नजर आए जिन्हें ओडिशा डिजास्टर रेपिड एक्शन फोर्स (ओड्राफ) व दमकल विभाग की अलग-अलग टीमें निकालने में जुटी रहीं। श्रीक्षेत्र धाम पुरी में अशांत समुद्र में प्रति सेकेंड उठ रहे पांच फीट ज्वार ने शहरवासियों की नींद उड़ा रखी है। भारी बारिश के चलते महाप्रभु की रथयात्रा देखने श्रीक्षेत्र धाम आने वाले भक्तों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। जहां से महाप्रभु की बाहुड़ा यात्रा निकलनी है वहां पर घुटने भर पानी बहता नजर आया। कटक में भी रही बारिश से लोग त्राहि-त्राहि रहे।