कृष्णा पूनिया ला सकती हैं पदक : शाइनी
पूर्व स्प्रिंटर शाइनी विल्सन का मानना है कि 2010 राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता डिस्कस थ्रोअर कृष्णा पूनिया शुक्रवार से शुरू हो रहे ओलंपिक खेलों में चौंकाने वाला परिणाम दे सकती हैं। शाइनी ट्रैक एंड फील्ड स्पद्र्धा के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट हैं।
मुंबई [सुंदरी अय्यर]। पूर्व स्प्रिंटर शाइनी विल्सन का मानना है कि 2010 राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता डिस्कस थ्रोअर कृष्णा पूनिया शुक्रवार से शुरू हो रहे ओलंपिक खेलों में चौंकाने वाला परिणाम दे सकती हैं। शाइनी ट्रैक एंड फील्ड स्पद्र्धा के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट हैं। उन्होंने 1984 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में 2:04.69 के सेकेंड के समय के साथ 800 मीटर दौड़ में सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
भारत अभी तक ओलंपिक की ट्रैक एंड फील्ड स्पद्र्धाओं में कोई पदक नहीं जीत सका है। चेन्नई की शाइनी ने कहा कि 30 वर्षीय पूनिया ओलंपिक से पहले अच्छी फॉर्म में हैं। उन्होंने कहा, 'यह सुखद है कि इस बार लंदन में हमारा 14 सदस्यीय मजबूत एथलेटिक्स दल भाग ले रहा है। मुझे लगता है कि पूनिया के पास पदक जीतने का मौका है। उसने हाल ही में 63.16 मीटर तक चक्का फेंका है। अगर वह इससे बेहतर प्रदर्शन करने में सफल रहती है, तो उसके पदक जीतने के अवसर होंगे।'
शाइनी को पीटी ऊषा, एमडी वालसम्मा और वंदना राव के साथ 1984 ओलंपिक की चार गुणा चार सौ मीटर रिले दौड़ के फाइनल में जगह बनाने के लिए याद किया जाता है। चार बार ओलंपिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी पूर्व स्टार एथलीट ने स्वीकार किया कि भारत इस खेल में अंतरराष्ट्रीय स्तर के करीब भी नहीं है। उन्होंने कहा, 'लेकिन पिछले चार सालों में चीजें बदली हैं। अगर कोई भारतीय एथलेटिक्स में पदक जीतता है तो मुझे गर्व होगा। लेकिन हमें अंतराष्ट्रीय स्तर पर मुकाबला करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।'
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