डीएम कार्यालय पर आदिवासियों ने भरी हुंकार
ओडिशा के आदिवासी बहुल सुंदरगढ़ जिले में पेसा कानून को लागू करन
संवाद सूत्र, सुंदरगढ़: ओडिशा के आदिवासी बहुल सुंदरगढ़ जिले में पेसा कानून को लागू करने की मांग पर आदिवासियों ने आंदोलन तेज कर दिया है। जिसमें ब्लाक स्तर से लेकर जिला स्तर तक आंदोलन का दौर जारी है। इस आंदोलन के तहत ग्राम सभा न होने से विगत दिनों आदिवासायिों ने ओसीएल विस्तारीकरण के लिए होने वाली जनसुनवाई को भी रद करा दिया था। जिसके बाद मंगलवार को सुंदरगढ़ जिला आदिवासी मूल वासाी बचाओ मंच के बैनर तले आदिवासियों ने डीएम कार्यालय पर हुंकार भरी। आदिवासी नेता व बीरमित्रपुर विधायक जार्ज तिर्की के अगुवाई में हुए आंदोलन में हजारों की संख्या में आदिवसी शामिल रहे।
इस आंदोलन में शामिल नेताओं ने कहा कि सुंदरगढ़ जिला आदिवासी अधिसूचित जिला है। लेकिन वर्ष 1996 में इस जिले के लिए पेसा कानूनि का प्रणयन हेने के बाद भी विगत 21 सालों से इसे लागू नहीं किया गया है। जिससे आदिवासी लोगों को अपने संवैधानिक अधिकारों से हाथ धोना पड़ रहा है। वहीं यह कानून लागू न होने से गरीब व आदिवासी लोगों की कीमती जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। वहीं सररकारी परियोजना के नाम पर आदिवसी जमीन ली जा रही है। जिससे आदिवासियों को अपने घर में बेघर होना पड़ रहा है। देश के अन्य राज्यों में पेसा कानून लागू होने के बाद भी राज्य में यह कानून लागू न होने से इसे राज्य सरकार की उदासीनता बताया गया। इस आंदोलन के बाद राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें यह कानून लागू न होने से आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी गई है। आंदोलन में जार्ज तिर्की के अलावा तलसरा विधायक प्रफुल्ल मांझी, हालु मुंडारी, लेथा तिर्की, लीटू ¨मज समेत अन्य नेतागण शामिल थे।