शून्य के चक्कर में फंसी किसान की बीमा राशि
अंचल के फुलवारी पंचायत के बुतना गांव के किसान गंगाधर सा लैंपस की गलती के कारण कृषि बीमा से वंचित हैं।
संवादसूत्र, बड़गांव : अंचल के फुलवारी पंचायत के बुतना गांव के किसान गंगाधर सा लैंपस की गलती के कारण कृषि बीमा से वंचित हैं। चार एकड़ धान की खरीफ फसल का बीमा कराने के लिए उसने 1520 रुपये जमा किया था पर लैंपस के रिकार्ड में 152 रुपये दर्ज किया गया। इस गलती के कारण किसान को मिलने वाली बीमा राशि का महज दसवां अंश ही मिल पाया है। लैंपस की इस गलती में सुधार कर बीमा दिलाने की मांग की गई है।
गंगाधर सा ने 2018 में खरीफ धान के लिए बीमा कराया था। सूखा पड़ने के कारण उसे बीमा राशि के रूप में 65,490 रुपये मिलना चाहिए पर लैंपस की गलती के कारण उसे केवल 6,549 रुपये ही मिले। लैंपस के रिकार्ड में बीमा के लिए जमा की राशि 1520 की जगह केवल 152 रुपये उल्लेख होने के कारण किसान को बीमा राशि से वंचित होना पड़ा है। इससे पहले भी तुरीपोष गांव के किसान रसानंद साहू का गांव एवं पता लिखने में गड़बड़ी के कारण वह बीमा राशि से बंचित हो गया था। उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत के बाद गलती में सुधार किया गया तथा उसे बीमा राशि दी गई। लैंपस की बार-बार इस तरह की गलती को लेकर किसानों में रोष देखा जा रहा है।
कोट -
लैंपस की गलती के कारण गंगाधर सा बीमा राशि पाने से वंचित हुआ है। त्रुटि में सुधार के लिए उच्चाधिकारियों को लिखित रूप से सूचित किया गया है। सुधार कर पूरी बीमा राशि दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
- भोलानाथ पटेल, निदेशक बड़गांव लैंपस।