मैं चराग-ए-रहगुजर हूं, इसे हर कोई जलाये..
हिन्दी पखवाड़ा के परिप्रेक्ष्य में सीमेंटनगरी राजगांगपुर में कवि सम्म
संवाद सूत्र, राजगांगपुर:
हिन्दी पखवाड़ा के परिप्रेक्ष्य में सीमेंटनगरी राजगांगपुर में कवि सम्मलेन व मुशायरे का आयोजन किया गया। मिलन सिनेमा के निदेशक शोहेब आलम की देखरेख में आयोजित इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न शहरों से आए कवि व शायरों ने एक से बढ़कर एक कविता व शायरी सुनाकर समां बांध दिया। जिसमें देशभक्ति से लेकर राजनीतिक व्यवस्था व अन्य मुद्दों को लेकर कटाक्ष करने वाले शेर व कविताओं ने श्रोताओं का मनमोह लिया। ओसीएल के ईडी सुनील गुप्ता के मुख्य आतिथ्य में आयोजित समारोह में सम्मानित अतिथियों में इफ्तेखार अहमद उर्फ पाका बाबू, मोहन अग्रवाल उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश से रवि चतुर्वेदी, मुकेश मनमौजी, राउरकेला से संतोष श्रीवास्तव, डा. केके प्रजापति, ग्यास अंजुम, दिलशाद नाजमी, रांची से पूजा शंकुतला, राजगांगपुर से अफजाल बेदार सहित नासिर बिल्लोरी शामिल रहे। मंच का संचालन कटनी से आए कवि रवि चतुर्वेदी ने किया। इस दौरान राउरकेला से आए शायर ग्यास अंजुम ने शहर भर के लोगों से मुहब्बत करना, हमने सीखा है इसी तरह से पूजा करना व इबादत करना, मेरी ¨जदगी का मकसद है मैं किसी के काम आऊं, मैं चराग-ए-रहगुजर हूं, इसे हर कोई जलाये शेर सुनाकर सभी को मोहित कर दिया। इसके समेत अन्य कवि व शायरों ने भी एक से बढ़कर एक शेर व कविता सुनाकर श्रोताओं को बांधे रखा। मुख्य अतिथि सुनील गुप्ता ने कहा कि हिन्दी भाषा हमारी राष्ट्रभाषा है, इसे बचाकर रखने के लिये हमें नियमित तौर पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करना चाहिए। वहीं इस कवि सम्मेलन व मुशायरे को उन्होंने कौमी एकता का प्रतीक बताया। अंत में मिलन सिनेमा के निदेशक शोहेब आलम ने सभी का धन्यवाद किया।