मानव तस्करी: उत्तर प्रदेश में 60 हजार में बेची गई लेफ्रीपाड़ा की बेटी
Human trafficking 25 अक्टूबर 2018 को सुंदरगढ़ के लेफ्रीपाड़ा से लापता किशोरी को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से बरामद कर लिया गया है उसे वहां एक प्रौढ़ के हाथों 60 हजार में बेचा गया था।
सुंदरगढ़, जेएनएन। Human trafficking सुंदरगढ़ जिले के लेफ्रीपाड़ा से 25 अक्टूबर 2018 को लापता किशोरी को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से बरामद कर लिया गया है। उसे वहां एक प्रौढ़ के हाथों 60 हजार रुपये में बेचा गया था। पुलिस ने इस मामले में एक दंपती को गिरफ्तार किया है जबकि मुख्य आरोपित फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।
शनिवार की शाम सुंदरगढ़ पुलिस जिला मुख्यालय में एसपी सौम्या मिश्र ने इसकी जानकारी दी। बताया गया कि लेफ्रीपाड़ा के गरीब परिवार की उक्त किशोरी को नौकरी का झांसा देकर गोपालपुर गांव की पंचमी कुमार, पुष्पेंद्र चौधरी एवं उसकी पत्नी विमला चौधरी दिल्ली ले गए थे। जहां से उसे उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक 36 साल के व्यक्ति के हाथों 60 हजार रुपये में बेच दिया था। दिल्ली जाने के बाद से किशोरी के बारे में पता नहीं चला तो परिजनों ने अपने स्तर से उसे काफी तलाशा पर पता नहीं चला। इसके बाद 25 फरवरी को थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। डीएसपी प्रभात विश्वाल की अगुवाई में पुलिस उसकी तलाश में जुट गई। परिवार वालों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने दलाल दंपती पुष्पेंन्द्र चौधरी व विमला चौधरी को गिरफ्तार किया।
मिली जानकारी के आधार पर पता चला कि उससे दिल्ली ले जाने के बाद उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक प्रौढ़ को 60 हजार रुपये में बेच दिया गया है। इसके बाद एसपी सौम्य मिश्र ने एक टीम का गठन कर उसे मुजफ्फरनगर भेजा। वहां पुलिस की मदद से किशोरी को बरामद कर लिया गया।