गणेश विसर्जन जुलूस में धुमाल बैंड पर विवाद
सीमेंटनगरी राजगांगपुर में सात दिवसीय गणेशोत्सव के बाद गुरुवार को
संवाद सूत्र, राजगांगपुर:
सीमेंटनगरी राजगांगपुर में सात दिवसीय गणेशोत्सव के बाद गुरुवार को धूमधाम से गणेश प्रतिमा विसर्जन जुलूस निकाला गया। जिसमें राजगांगपुर बस स्टैंड से दोपहर दो बजे विसर्जन जुलूस निकाला गया। विसर्जन जुलूस में विभिन्न पूजा कमेटियों के सदस्य व गणपति बप्पा के भक्त अबीर गुलाल उड़ाते हुये नाचते-गाते हुये शामिल रहे।
लेकिन विसर्जन जुलूस जैसे ही राजगांगपुर थाना के पास पहुंचा। वहां पर विभिन्न पूजा कमेटियों द्वारा जुलूस में धुमाल बाजा को शामिल करने पर पुलिस ने इसे डीजे बताकर बाक्स निकालने को कहा। इसे लेकर पूजा कमेटियों के प्रतिनिधियों व पुलिस अधिकारियों के बीच बकझक हुयी।
इस दौरान पूजा कमेटियो के प्रतिनिधियों का कहना था कि जुलूस में डीजे बाजा पर रोक लगी है, लेकिन धुमाल बाजा डीजे बाजा नहीं है। इस बाजा में पियानो से निकलने वाला संगीत बाक्स में बजता है। जिससे यह धुमाल बैंड बजाने की अनुमति दी जाये। लेकिन एसपी सौम्या मिश्र ने बॉक्स उतारने के बाद ही जुलूस आगे ले जाने की अनुमति देने की बात कही। इसे लेकर पूजा कमेटियों के सदस्यों व पुलिस में करीब तीन घंटे तक बकझक होती रही। इसकी सूचना मिलने से राजगांगपुर नगरपाल सुश्रिता पाइकराय ने पहुंचकर स्थिति को संभाला। जिसमें डीआइजी कविता जालान व एसपी सौम्या मिश्र से बातचीत करने के बाद इसका समाधान निकाला गया।जिसमें धुमाल बैंड से साउंड बॉक्स निकालने के बाद पियानो की आवाज हल्की धीमी करने के बाद जुलूस को आगे ले जाने की अनुमति दी गयी। जिसके बाद शाम के करीब 5.30 बजे राजगांगपुर थाना के पास से यह जुलूस आगे के लिये रवाना हुआ। समाचार लिखे जाने तक यह जुलूस मेनरोड से गुजरते हुये डेली मार्केट तक पहुंचा था। इस विसर्जन जुलूस को लेकर 25 प्लाटून फोर्स समेत 70 पुलिस अधिकारी, छह मजिस्ट्रेट के साथ सब-कलेक्टर समेत अन्य पुलिस अधिकारी शामिल रहे। इसके अलावा जुलूस को लेकर शहर में ओएसएफ के जवान भी शहर के चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे।