सीड्स प्रोसेसिग प्लांट बंद होने से किसानों में रोष
अच्छी उपज के लिए विभिन्न प्रकार के बीज का प्रक्रियाकरण करने के उद्देश्य से सीड्स कार्पोरेशन ओडिशा की ओर से 1991 में बड़गांव में स्थापित प्रोसेसिंग प्लांट पांच साल से बंद है।
संवादसूत्र, बड़गांव: अच्छी उपज के लिए विभिन्न प्रकार के बीज का प्रक्रियाकरण करने के उद्देश्य से सीड्स कार्पोरेशन ओडिशा की ओर से 1991 में बड़गांव में स्थापित प्रोसेसिंग प्लांट पांच साल से बंद है। किसानों को इसके लिए सुंदरगढ़ जाना पड़ रहा है। फाउंडेशन कृषक संगठन की ओर से इस पर क्षोभ प्रकट किया गया है। रविवार को इसे लेकर बड़गाव में बैठक हुई एवं निगम को पत्र लिखकर इसे शीघ्र चालू करने की मांग करने का प्रस्ताव पारित किया।
बड़गांव में धान के साथ अरहर, मूंग, बादाम आदि बीच के प्रक्रियाकरण के लिए सीड्स कार्पोरेशन की ओर से प्लांट की स्थापना की गई थी। इससे अच्छे बीज किसानों को मिल पाते थे। इसकी क्षमता हर साल 20 हजार क्विंटल की थी। विभिन्न कारणों से पांच साल से इस प्लांट को बंद कर दिया गया था। किसानों को बीज का प्रक्रियाकरण करने के लिए सुंदरगढ़ जाना पड़ रहा है। दो साल पहले सीड्स कार्पोरेशन के भुवनेश्वर कार्यालय से अनुरोध किया गया था पर कोई लाभ नहीं हुआ। इस केंद्र के चालू होने से केवल बड़गांव ही नहीं बल्कि कुतरा, राजगांगपुर, बामड़ा, लइकेरा, सबडेगा आदि ब्लाक के किसानों को भी लाभ मिल पाता। रविवार को फाउंडेशन कृषक संगठन की बैठक हुई जिसमें कृषक नेता कृष्ण चंद्र सेल, ब्राह्मानंद पाणिग्राही, प्रफुल्ल बिसी, मो. मुमताज, कान्हा साह, पुष्पांजलि राउत, फकीर प्रुसेट आदि लोग मौजूद थे। उन्होंने सीड्स कार्पोरेशन के उच्चाधिकारियों को इस ओर ध्यान आकृष्ट कर प्लांट को शीघ्र खोलने के लिए अनुरोध करने का प्रस्ताव पारित किया।