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क्रिकेटरों की नर्सरी बना राजगांगपुर फुटबाल मैदान

सीमेंटनगरी के रूप में देश में प्रसिद्ध राजगांगपुर की पहचान अब यहां के एक फुटबाल मैदन के कारण भी होने लगी है। जिसे लोग क्रिकेट की नर्सरी के रूप में भी जानने लगे हैं। यहां से निकले क्रिकेटरों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहचान बनाई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Aug 2018 05:32 PM (IST)Updated: Sat, 25 Aug 2018 05:32 PM (IST)
क्रिकेटरों की नर्सरी बना राजगांगपुर फुटबाल मैदान
क्रिकेटरों की नर्सरी बना राजगांगपुर फुटबाल मैदान

संवाद सूत्र, राजगांगपुर: सीमेंटनगरी के रूप में देश में प्रसिद्ध राजगांगपुर की पहचान अब यहां के एक फुटबाल मैदान के कारण भी होने लगी है। लोग इसे क्रिकेट की नर्सरी के रूप में भी जानने लगे हैं। इस मैदान ने विगत कुछ सालों में कुछ ऐसे क्रिकेटरों को निखारा है जिन्होंने न सिर्फ राज्य बल्कि राष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहचान बनाने में सफलता हासिल की है। झारखंड अंडर-19 क्रिकेट टीम के कोच बनाए गए कुलदीप शर्मा भी इसी मैदान की उपज हैं। फुटबाल मैदान को क्रिकेट की नर्सरी बनाने और प्रतिभा को निखाने का श्रेय बेहिचक राजा दास को दिया जा सकता है। जिनके समर्पण और योगदान की बदौलत फुटबाल के इस मैदान को क्रिकेटरों की बदौलत एक पहचान मिली है। राजा दास विगत कई वर्षो से राजगांगपुर फुटबाल मैदान को संवारने समेत खेल प्रतिभाओं को निखारने का काम भी कर रहे हैं। इस नर्सरी से निकलने वालों में रमाकांत महंती, संजय दास, सूर्यकांत प्रधान, स्वागत चक्र, कुलदीप शर्मा व वाल्टर टोप्पो शामिल है।

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रमाकांत महंती ओडिशा की ओर से अंडर-16 व अंडर-19 में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। यह तेज गेंदबाज के रूप में जाने जाते हैं और इसी की बदौलत वह राज्य स्तरीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनका अगला लक्ष्य ओडिशा की रणजी टीम में शामिल होना है। वहीं, संजय दास अंडर-14, अंडर-16 व अंडर-19 में राष्ट्रीय स्तर पर ओडिशा टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वे अभी भी टीम के तेज गेंदबाज के रूप में अंडर-19 टीम में बने हुए हैं। स्वागत चक्र ने अंडर-16 तथा अंडर-19 की ओडिशा टीम ने तेज गेंदबाज के रूप में अपनी प्रतिभा का दिखाई है।

जबकि सूर्यकांत प्रधान विगत पांच साल से ओडिशा की रणजी टीम में शामिल हैं। उन्होंने अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में ओडिशा के तेज गेंदबाज देवाशीष महंती के सात विकेट लेने का रिकार्ड तोड़ा है। इस टूर्नामेंट में एक पारी में आठ विकेट लेने का रिकार्ड इन्हीं के नाम है। कुलदीप शर्मा ओडिशा तथा झारखंड की रणजी टीम में ऑल राउंडर के रूप मे खेल चुके हैं। खासकर देवधर ट्राफी व झारखंड प्रीमियर क्रिकेट लीग में भी अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। वर्तमान वे झारखंड की अंडर-19 क्रिकेट टीम के कोच हैं। वहीं, वाल्टर टोप्पो ओडिशा के लिए अंडर-19 व अंडर-23 टीम में में खेल चुके हैं। वर्तमान वह बल्लेबाज के रूप में ओडिशा रणजी कैंप में शामिल हैं।


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