हाथियों ने ग्रामीण को कुचलकर मार डाला
राजगांगपुर ब्लाक के सोनाखान इलाके में पहुंचा 30 हाथियों का झुंड ज
संवादसूत्र, राजगांपुर : राजगांगपुर ब्लाक के सोनाखान इलाके में पहुंचा 30 हाथियों का झुंड जमकर उत्पात मचा रहा है। रविवार की रात खदेड़ने गए एक ग्रामीण को हाथियों ने कुचलकर मार डाला। वहीं वन विभाग द्वारा हाथियों को खदेड़ने का प्रयास नाकाम को गया। इससे ग्रामीणों में जहां वन विभाग के खिलाफ आक्रोश है वहीं हाथियों से आतंक भी है। वन विभाग ने मृतक के परिजनों को सरकार की घोषणा के अनुसार मुआवजा दिलाने का भरोसा दिया है।
हाथियों का झुंड रविवार की शाम करीब सात बजे झुंड केंदुकुदर बस्ती के पास था। हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने के लिए ग्रामीण एकजुट हुए और मशाल लेकर निकले थे। इसी क्रम में 50 वर्षीय गोवर्द्धन लकड़ा रास्ते से भटक गया। वह घर की ओर लौट रहा था तभी उसके सामने हाथियों का झुंड आ गया। उनके कुचलने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। एक साथी के लापता होने की जानकारी मिलने के बाद लोग उसकी तलाश में निकले पर पता नहीं चला। सुबह उसकी लाश रंगौरपाड़ा के पास मिली। सूचना पाकर राजगांगपुर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर लाश को अपने कब्जे में लिया और पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया। विभाग ने ग्रामीणों को सरकार की घोषणा के अनुसार तीन लाख रुपये मुआवजा देने दिलाने का भरोसा दिया।
आधे घंटे ठप राह ट्रेनों का आवागमन
रविवार की रात हाथियों का झुंड कांसबहाल रेलवे स्टेशन के आसपास देखा गया था। जिसे बस्तीवासियों ने खदेड़ दिया था। बाद में झुंड के रेलवे लाइन के करीब होने की सूचना मिलने पर आधा घंटे से अधिक समय तक ट्रेनों का आवागमन रोक दिया गया था। उस समय हाथी कांसबहाल स्टेशन से करीब 400 मीटर की दूरी पर थे। इससे कांसबहाल और राजगांगपुर रेलवे स्टेशन के बीच राजरानी, हटिया पैसेंजर समेत कई गाड़ियों को रोकना पड़ा था। हाथियों के पटरी से दूर चले जाने के बाद फिर से आवागमन शुरू हुआ। कोई हादसा न हो इसके लिए कलुंगा और गरपोष स्टेशन के बीच रेल गाड़ियों की गति धीमी रखने के निर्देश भी दिए गए थे। कांसबहाल में हाथियों के आने की खबर पाकर राजगांगपुर वन विभाग की टीम पहुंचकर स्थिति पर नजर रखे हुए थी।
हाथियों के कारण ग्रामीणों में दहशत
हाथियों के झुंड को देखते हुए ग्रामीण इलाके में लोग जान माल की क्षति होने की आशंका से भयभीत हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगस्त महीने से हाथियों का एक झुंड इस अंचल में है। तभी से लोग दहशत में हैं। शाम होते ही लोग घरों में दुबक जाते हैं। गौरपाड़ा निवासी सिद्धेश्वर जीत टोप्पो का कहना है जिस दिन से हाथियों का झुंड हमारे इलाके में आया है तब से लोग डरे सहमे हैं। हाथियों के जंगल में न जाने से चिंता हो रही है। शनिवार शाम हाथियों का झुंड केंदुकुदर बस्ती के पास था। रविवार की शाम वो दुबारा बस्ती के पास पहुंच गए और खदेड़ने के क्रम में एक ग्रामीण की जान चली गई।