सुंदरगढ़ में डायन के संदेह में सामाजिक बहिष्कार
डायन के संदेह में एक परिवार को समाज से बहिष्कृत कर उनसे मिलना जुलना बंद किया गया है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला (सुंदरगढ़) : डायन के संदेह में एक परिवार को समाज से बहिष्कृत कर उनसे मिलना जुलना बंद किया गया है। इस संबंध में पुलिस से गुहार लगाने के बावजूद कोई सहायता नहीं मिल पाई है। ऐसे में पीड़ित परिवार को अभिशप्त जीवन बिताना पड़ रहा है।
सुंदरगढ़ जिले के बीरमित्रपुर थाना अंतर्गत राताखंडी निवासी सुखदेव राणा ने बताया कि गांव के एक परिवार के सदस्यों की स्वाभाविक मौत हुई थी। इसके बावजूद उस परिवार के लोगों ने सुखदेव की पत्नी पर डायन होने का आरोप लगाया। उसके टोना टोटका के चलते ही परिवार के सदस्यों की मौत होने की बात कही। इसे लेकर गांव के कुछ लोगों ने एकजुट होकर सुखदेव के परिवार पर हमला किया था। इस संबंध में कुंआरमुंडा पुलिस चौकी में लिखित शिकायत की गई थी परंतु पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे आरोपितों का मनोबल बढ़ गया। छह जनवरी 2016 को सुखदेव के पिता पर भी जानलेवा हमला हुआ था। इसके बाद आरोपितों द्वारा उनकी पैतृक संपत्ति पर भी दखल शुरू कर दिया गया। इस संबंध में दिसंबर 2019 में कुंआरमुंडा पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई गई थी। 29 दिसंबर को पुलिस के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक गांव में पहुंचे थे और जमीन की माप जोख की। तब उन्होंने जमीन सुखदेव की होने का निर्णय सुनाया। इसके बावजूद आरोपित नहीं माने और दुबारा इसका माप कराने की जिद पर अड़े रहे। इसके एक सप्ताह बाद गांव में सभा बुलाई गई और बिना कारण सुखदेव के परिवार को बहिष्कृत कर दिया गया। इस संबंध में पुलिस चौकी में लिखित शिकायत की गई पर कोई सहयोग नहीं मिल पाया। सुखदेव ने 30 फरवरी को दुबारा शिकायत की है। पुलिस की ओर से एसपी का ध्यान आकृष्ट कर इसमें हस्तक्षेप करने का भरोसा दिया गया है।
झाड़-फूंक के चक्कर में छात्र की जान गई
बणई अनुमंडल अंतर्गत अर्जुनचुवा गांव में सर्पदंश से छात्र की मौत हो गई। सर्पदंश के बाद परिवार के लोग उसे अस्पताल ले जाने के बजाय झाड़-फूंक कराया। पुलिस शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा तथा घटना की छानबीन जारी रखी है।
शनिवार की रात को 15 वर्षीय रेनू मुंडा अपने घर में सो रहा था। रात करीब 11.30 बजे किसी सांप ने उसे डंस लिया। परिवार वालों को इसका पता चलने पर वे लोग बच्चे को अस्पताल ले जाने के बजाय गांव में झाड़-फूंक करने वाले के पास ले गए। जहर नहीं उतरने कारण उसकी हालत बिगड़ गई। सुबह उसे अस्पताल लेकर गए तब तक देर हो चुकी थी। यहां इलाज शुरू होने से पहले ही उसकी मौत हो गई। छात्र ने टेटेगागिड़ा हाईस्कूल से इस बार मैट्रिक की परीक्षा दी थी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को जप्त कर अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर इसकी छानबीन जारी रखी है।