संबलपुर में बैंक डकैती के तीन आरोपित गिरफ्तार
करीब एक महीने पहले स्थानीय जमनकिरा स्थित आंध्रा बैंक शाखा में हुई
संवाद सूत्र, संबलपुर : करीब एक महीने पहले स्थानीय जमनकिरा स्थित आंध्रा बैंक शाखा में हुई 10 लाख की डकैती घटना में संलिप्त तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके पास से नकद 1.75 लाख रुपये, तीन देसी पिस्तौल समेत अन्य सामान जब्त कर लिया। उनके खिलाफ मामला दर्ज कर शनिवार को उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
संबलपुर जिला पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में जिला पुलिस अधीक्षक संजीव अरोरा, डीएसपी श्रीमंत बारिक और जमनकिरा थानाधिकारी प्रशांत मेहेर ने बताया कि डकैती की यह घटना तीन अगस्त 2018 को अपराह्न तीन बजे हुई थी। पल्सर बाइक से आए तीन बदमाशों ने जमनकिरा स्थित आंध्रा बैंक में घुसकर वहां मौजूद बैंककर्मियों और ग्राहकों को पिस्तौल दिखाकर भयभीत कर दिया और 10 लाख रुपये लूट लिया और फरार हो गए। डकैती की इस घटना के बाद पुलिस की जांच टीम का गठन किया गया था। छानबीन में डकैतों के हावड़ा में मौजूद होने की सूचना मिलने के बाद वहां की पुलिस की मदद से तीनों डकैतों को गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि बैंक डकैती की इस घटना में झारसुगुड़ा और बरगढ़ समेत रांची का एक अपराधी शामिल था।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार झारसुगुड़ा जिला के रेंगाली थाना अंतर्गत घुलुंडा गांव का बुद्धदेव विस्वाल उर्फ, चियान, बरगढ़ जिला के अंबाभोना गांव का राकेश बेहेरा और झारखंड के रांची के हरमू के रहने वाले गंगासागर राय ने बैंक में डकैती डालने की योजना बनाई और झारसुगुड़ा में किराए का एक मकान लेकर रहने लगे थे। इन्होंने कई बार जमनकिरा स्थित आंध्रा बैंक का चक्कर लगाकर पूरी जानकारी एकत्र की और तीन अगस्त को डकैती डाली थी। घटना को अंजाम देने के बाद तीनों रांची फरार हो गए। वहां कुछ दिन गंगासागर के घर रहने के बाद मौज मस्ती करने हावड़ा चले गए थे, जहां से उन्हें गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक के अनुसार, बुद्धदेव बिस्वाल के खिलाफ ओडिशा और छत्तीसगढ़ में बैंक डकैती के 12 मामले और एक हत्या का मामला दर्ज है। जबकि राकेश बेहेरा और गंगासागर राय भी कई बैंक डकैती मामलों में शामिल है।
-----------
डकैतों से बरामद सामान
- नकद 1.75 लाख रुपये
- तीन देसी पिस्तौल
- 12 कारतूस
- 2 हेल्मेट
- 3 फर्जी नंबर वाले प्लेट
- 7 मोबाइल फोन
- एक काले रंग की पल्सर बाइक