लक्ष्य प्राप्ति के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति की जरूरत
जीवन का लक्ष्य हासिल करने के लिए आज की युवा पीढ़ी को भी पौराणिक काल के एकलव्य की तरह दृढ़ इच्छा शक्ति, लगन और उचित समय का इंतजार करने की आवश्यकता का संदेश लेकर असम के गुवाहाटी से आए पूर्वारंग संस्था के कलाकारों ने असमी नाटक एकलव्य का मंचन किया।
संसू, संबलपुर : जीवन का लक्ष्य हासिल करने के लिए आज की युवा पीढ़ी को भी पौराणिक काल के एकलव्य की तरह दृढ़ इच्छा शक्ति, लगन और उचित समय का इंतजार करने की आवश्यकता का संदेश लेकर असम के गुवाहाटी से आए पूर्वारंग संस्था के कलाकारों ने असमी नाटक एकलव्य का मंचन किया।
श्री रंग समागम में दूसरी शाम असमी कलाकारों ने हिल्लोला पाठक द्वारा रचित और गुणाकार देव गोस्वामी द्वारा निर्देशित नाटक एकलव्य का मंचन कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस नाटक में निर्देशक गुणाकार ने एकलव्य की भूमिका निभाई। दर्शकों को भले ही असमी भाषा समझ नही आई लेकिन कलाकारों की भाव-भंगिमा ने नाटक का सार लोगों को समझाने का भरपूर प्रयास किया।
इस अवसर पर भुवनेश्वर से आए नाटककार धीरेंद्रनाथ मल्लिक और राउरकेला के विशिष्ठ नाटककार कैलाश पाणीग्राही को नाट्य सम्मान एवं बेलपहाड़ के विशिष्ठ नाटककार सुभाष प्रधान को पहिल परश नाट्य सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया गया।
संस्था के अध्यक्ष सत्यरंजन बेहरा के संयोजन में आयोजित इस नाट्य उत्सव में बतौर मुख्य अतिथि संबलपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष विजय महांती सम्मानित अतिथि ओड़िशा नाट्य संघ के अध्यक्ष हरेन साहू, वरिष्ठ नाटककार राजेंद्र पंडा, ओड़िशा संगीत नाटक अकादमी के सदस्य अशोक कर उपस्थित थे।