हीराकुद में जल्द ही रोपवे सेवा
विश्व प्रसिद्ध हीराकुद बांध और इसकी तलहटी पर बना जवाहर उद्यान देखने आने वालों के लिए बहुत जल्द रोपवे सेवा का लाभ मिलने वाला है।
जागरण संवाददाता, संबलपुर : विश्व प्रसिद्ध हीराकुद बांध और इसकी तलहटी पर बना जवाहर उद्यान देखने आने वाले पर्यटकों को अब यहां रोपवे सेवा का भी लाभ जल्द मिलने वाला है। पश्चिम ओडिशा में यह प्रथम रोपवे होगा। माना जा रहा है कि इस सेवा के शुरू होने से यहां पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। महानदी पर छह दशक पहले निर्मित हीराकुद बांध, इसका समुद्र जैसा जलभंडार और बांध के दोनों ओर गांधी मीनार और नेहरु मीनार के साथ साथ जवाहर उद्यान भी वर्षो से पर्यटकों के आकर्षक का केंद्र है। अब इसमें रोपवे लग जाने से इसमें चार चांद लग जाएगा।
सितंबर 2016 में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हीराकुद रोपवे का शिलान्यास किया था। इसका निर्माण कार्य एक वर्ष के अंदर पूरा हो जाना था लेकिन वन विभाग की मंजूरी समय से नहीं मिलने की वजह से इसका निर्माण कार्य मई 2017 से शुरू हुआ। बताया जा रहा है कि इस वर्ष अक्टूबर तक इसका निर्माण कार्य समाप्त हो जाएगा। रोपवे का निर्माण ओडिशा कंस्ट्रक्शन कार्पोरेशन और कोलकाता के दामोदर रोपवेज एंड इंफ्रा लिमिटेड की ओर से कराया जा रहा है। इस परियोजना का लागत छह करोड़ 26 लाख रुपये का है।
ओडिशा कंस्ट्रक्शन कार्पोरेशन के सीनियर मैनेजर बीके साहु के अनुसार, हीराकुद बांध के गांधी मीनार से जवाहर उद्यान के बीच निर्माणाधीन इस रोपवे की लंबाई 481 मीटर है। चार टावरों वाले इस रोपवे में 12 केबिन होंगे और प्रत्येक केबिन में चार यात्री सवार हो सकेंगे। इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाने के तीन वर्ष तक इस परियोजना की देखरेख निर्माणकारी संस्था करेगी। साहु के अनुसार रोपवे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और अक्टूबर तक यह संपूर्ण हो जाएगा। यानि रोपवे का इंतजार अब शेष होने को है और नववर्ष तक पर्यटकों के लिए यह सेवा शुरू होने की संभावना है।