संबलपुर जिला अस्पताल को कोविड-19 हॉस्पिटल बनाने का विरोध
अंग्रेजों द्वारा 1944 में शुरू संबलपुर जिला अस्पताल को अस्थायी तौर पर कोविड-19 हॉस्पिटल बनाए जाने के सरकार के निर्णय को लेकर विभिन्न संगठनों की ओर से विरोध किया जा रहा है।
संवाद सूत्र, संबलपुर : अंग्रेजों द्वारा 1944 में शुरू संबलपुर जिला अस्पताल को अस्थायी तौर पर कोविड-19 हॉस्पिटल बनाए जाने के सरकार के निर्णय को लेकर विभिन्न संगठनों की ओर से विरोध किया जा रहा है। इन संगठनों का आरोप है कि सरकार आननफानन में यह निर्णय लेकर अपनी अदूरर्दिशता का परिचय दिया है। कोविड-19 हॉस्पिटल के लिए जिला अस्पताल के बजाय अन्य किसी अस्पताल को चुना जा सकता था। मुख्यमंत्री के नाम भेजे गए ज्ञापन में मिशन विम्सार के डॉ. रमावल्लभ मिश्र, भक्तप्रसाद नंद, गोलाकबिहारी मिश्र और सपन मिश्र की ओर से बताया गया है कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार पहले से चल रहे किसी अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल नहीं बनाने का निर्देश है। संबलपुर का जिला अस्पताल भी इसी निर्देश के तहत आता है। इस अस्पताल में रोजाना करीब एक हजार मरीज आते हैं। ऐसे में इस अस्पताल को अगर अन्यत्र स्थानांतरित कर केवल कोविड-19 हॉस्पिटल बनाया गया तो जिला में अन्य स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह चरमरा जाएगी। कोविड हॉस्पिटल के लिए सरकार को अन्य विकल्प व्यवस्था करने की जरुरत है ताकि अन्य मरीजों के इलाज में कोई अड़चन नहीं आये। आगे बताया गया है कि बुर्ला हॉस्पिटल में कोविड परीक्षण केंद्र बनाया जा रहा है, ऐसे में उसी के आसपास कोविड हॉस्पिटल बनाना उचित होगा।
लॉकडाउन का उल्लंघन, 3 दुकान सील
कोरोना वायरस को लेकर सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन और शारीरिक दूरी नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सोमवार की शाम ऐसे ही मामलों में तीन दुकानों को सील करने समेत अन्य एक दुकानदार से 20 हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया गया। संबलपुर महानगर निगम और पुलिस की ओर से विभिन्न दूकानों में छापेमारी कर सरकार द्वारा जारी निर्देशों का उल्लंघन किए जाने का मामला पाने के बाद यह कार्रवाई की गई। धनुपाली थाना अंतर्गत पीडब्लूडी कॉलोनी स्थित राशन की एक दुकान में शारीरिक दूरी के नियम उल्लंघन का मामला सामने आया। इसी तरह खेतराजपुर थाना अंतर्गत बड़ाबाजार और अईंठापाली थाना क्षेत्र में भी ऐसा मामला देखा गया। ऐसे में तीनों दुकानों को सील कर दिया गया। इसके अलावा, सदर थाना अंतर्गत मानेश्वर चौक स्थित एक राशन दुकान में गुटखा-पान मसाला बेचे जाने का पता चलने के बाद उस दुकान के मालिक से 20 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया।
एसएचजी महिलाएं बना रहीं मास्क
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह को देखते हुए, संबलपुर जिला के कुचिडा उपसंभाग अंतर्गत अर्डाबाहाल की पांच स्वयं सहायक समूह की महिलाओं ने इनदिनों मास्क बनाने का कार्य शुरू कर दिया है।
कोविड-19 के नोडल ऑफिसर एसेंशियल गुड्स एंड सर्विस व संबलपुर मंडल वन अधिकारी डॉ. संजीत कुमार ने बताया है कि देश-प्रदेश की सरकार कोरोना से लोगों को बचने की सलाह देने समेत उनके बचाव के विभिन्न उपाय कर रही है। इन उपायों में से एक मास्क लगाना भी है। मास्क लगाने से कोरोना वायरस के खतरे को काफी हद तक रोका जा सकता है। इसके संक्रमण को देखते हुए इनदिनों मास्क का अभाव हो गया है। इस अभाव को दूर करने के लिए अर्डाबाहाल गांव की पांच स्वयं सहायक समूह की महिलाओं ने ओरमास की सहायता से मास्क बनाने का काम शुरू किया है। इन मास्क को ओरमास की ओर से संबलपुर जिला और आसपास के जिला में वितरित और बिक्री किया जाएगा।